
आज से करीब 28 साल पहले लखनऊ की एक 13 साल कि नाबालिग लड़की के साथ दो दरिंदो ने गैंगरेप किया था, जिसके बाद वो पीड़िता गर्भवती हो गई थी। नाबालिग बहन और बहनोई के पास रहती थी। नाबालिग ने एक बेटे को जन्म दिया। यही बेटा जब बड़ा हुआ और उसको मां के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में जानकारी मिली, तो उसने मां से न्याय पाने के लिए कहा।

जवान बेटे ने मां को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को कहा। पुलिस ने एक आरोपी मोहम्मद रजी उर्फ गुडडू को पकड़ा। आरोपी का डीएनए उसके बेटे से मैच होता पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे आरोपी मोहम्मद नकी उर्फ ब्लेडी से भी डीएनए मैच होने के बाद पुलिस ने बुधवार को उसे शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए 28 साल बाद मां को दिलाया। इसको लेकर देश के डीजीपी ने पुलिस की सराहना करते हुए 25000 रुपए इनाम घोषित कर दिया। वहीं मां को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले बेटे की सराहना की जा रही है।
वर्ष 1994 में नाबालिग लखनऊ में सदर थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में बहन-बहनोई के साथ रहती थी। पीड़िता के अनुसार उसका बहनोई प्राइवेट नौकरी करता था और उसकी बहन स्कुल टीचर थी जिस कारण वो घर पर अकेली रहती थी। उसके अकेले होने का फायदा उठाकर ममूड़ी मोहल्ला निवासी गुड्डू और उसका भाई ट्रक चालक नकी हसन उर्फ ब्लेडी ने कई बार दुष्कर्म किया। इससे वह गर्भवती हो गई। 9 माह बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया जिसे हरदोई जिले के दंपत्ति ने गोद ले लिया। इधर वर्ष 2000 में पीड़ित की शादी गाजीपुर जिले के एक युवक के साथ हो गई। जब पीड़िता के पति को पता चला कि उसका गैंगरेप हुआ था और उससे उसे एक बेटा भी है तो उसने तलाक दे दिया। इधर हरदोई में रह रहे बेटे को जब अपनी मां के बारे में और उसकी आपबीती के बारे में पता चला तो वो लखनऊ अपनी मां के पास आकर रहने लगा।