OMG: इस गांव वालों ने बनाया अपना अलग सूरज, जानकर रह जाएंगे चकित

धरती पर कुछ ऐसी जगह है, जहां पर इसांनों का रहना नामुमकिन सा लगता है। इस तरह की जगहों के बारे में सोचकर भी हैरानी सी होती है। दुनिया में ऐसी कुछ जगह है, जिन्हें लोगों ने अपनी मेहनत या हौसले के कारण उन जगहों पर भी रहना सीख लिया है। फिर चाहे सहारा(Sahara) का रेगिस्तान हो या अमेरिका(America) की डेथ वेली(Death Valley), इन दोनों गर्म जगहों पर इंसानों ने रहना सीख लिया है। कई सालों से इंसान इन जगहों पर रह रहे है। इसी तरह से दुनिया में ऐसी कई जगह ठंडी और पहाड़ो की तलहटी के बीच में भी इंसान रहते है। ऐसी ही जगह इटली(Italy) के विगानेला(Viganella) में है।

विगानेला(Viganella), इटली(Italy) के मिलान शहर से 130 किमी उत्तर में स्थित एक गहरी घाटी के नीचे स्थित है। यह जगह पूरी तरह से घाटी से घिरी हुई है। ऐसे तो ठंड के समय बहुत जल्द शाम हो जाती है, पर वहां पर पहाड़ियों के कारण गर्मियों के दिनों में भी बहुत जल्द शाम हो जाती है। सर्दियों के दिनों में वहां के हालात बेहद खराब हो जाते है। कुछ महीनों के लिए सूरज के दर्शन तक नहीं होते। यहां पर नंवबर से लेकर फरवरी तक सूर्य की किरणें गायब हो जाती है यानी कि इन माह में सूर्य की रोशनी यहां पर नहीं आ पाती।

इस गांव के लोग सदियों से इसी तरह रहते आए हैं। जैसे सहारा(Sahara), डेथ वेली(Death Valley) के लोगों ने अपना भाग्य वहां पर रहना स्वीकार कर लिया उसी तरह से यहां के लोगों ने भी वैसा ही करा है। लेकिन फिर कुछ स्थानीय इंजीनियरों और वास्तुकारों ने शानदार उपाय खोजा। उन्होंने पहाड़ी की चोटी पर एक विशाल सीसा लगाया, जिससे गांव में धूप को प्रतिबिंबित किया जा सके। इससे यह एक सूरज की तरह लगने लगा है। विगानेला(Viganella) की आबादी करीब 200 की है और गांव वालों का मानना है कि यहां पर 11 नवंबर के आसपास सूरज गायब हो जाता है और 2 फरवरी से पहले वो दिखाई नहीं देता है। वहां के लागों का मानना यह भी है कि यह स्थिति बिल्कुल साइबेरिया जैसी होती है।

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