
लखनऊ। बुलंदशहर गैंगरेप पर विवादित बयान देने वाले आजम खान ने सफाई दी है।
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार पीडि़तों के साथ है। मैं खुद उनके लिए आगे आया हूं।’
गैंगरेप को राजनीति साजिश बताकर आजम खान ने यूपी की राजीनीति में हलचल मचा दी थी।
अपने इस बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘अब मैं इस पर क्या कहूं। मैं बहुत संवेदनशील इंसान हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने इसे विद्रोहियों की साजिश नहीं बताया था।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा था कि यूपी चुनाव करीब हैं। इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी जांच की जरूरत है।’
आजम ने कहा कि ऐसे घटनाओं पर हमें जिम्मेदार होने की जरूरत है।
बुलंदशहर गैंगरेप का विवादित बयान
आजम ने कहा है कि यह मामला सरकार की छवि खराब करने की कोशिश हो सकती है। इसकी जांच होनी चाहिए।
वहीं आजम के इस बयान पर पीडि़त परिवार का कहना है कि यह हताशा से भरा हुआ है।
शुक्रवार की रात हुई इस घटना पर आजम ने कहा था, ‘वोट के लिए लोग किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं।’
उन्होंने कहा था कि जब मुजफ्फरनगर, शामली और कैराना हो सकता है, तो यह क्यों नहीं।
आजम के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने कहा है कि यह बयान मानवता से परे है।
भाजपा ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। अखिलेश यादव सरकार को भी बर्खास्त करने की मांग उठ चुकी है।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक समाजवादी पार्टी आजम को तलब कर सकती है। एक्शन भी लिया जा सकता है।
मां और बेटी से गैंगरेप का मामला
शुक्रवार रात एक परिवार शाहजहांपुर से लौट रहा था। बुलंदशहर में किसी ने उनकी कार को लोहे की रॉड से पीटना शुरू कर दिया।
चालक ने गाड़ी रोकी, बंदूक की नोक पर बदमाश उन्हें बंधक बनाकर ले गए।
पुलिस के मुताबिक परिवार के साथ लूटपाट की गई. आदमी को बांध दिया गया।
35 साल की महिला और उसकी बेटी को दूर तक घसीटकर ले गए। तीन घंटे मां और बेटी से गैंगरेप किया गया।