
REPORT- VINITA KHURANA
ऋषिकेश।पहाड़ों में हो रहे लगातार भूस्खलन व जल प्रलय के बाद शासन द्वारा बारिश के दौरान चार धाम यात्रियों को यात्रा करने से रोकने की बात कही गई थी। लेकिन चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश के आईएसबीटी बॉयोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन सेंटर व श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट को यात्रा संबंधी अभी तक कोई सूचना नही मिल पायी है जिससे प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु आज भी जान जोखिम में डालकर यात्रा मार्ग पर चल रहे है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार अभी राज्य में 24 घंटे अलर्ट पर है।
बीते कुछ रोज से राज्य के पर्वर्तीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश व भूस्खलन सहित अतिवृष्टि के चलते राज्य भर के कई पर्वर्तीय जिले आपदा की जद में आ गये है जिसके तहत कई मार्ग ऐसे भी है जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके है। ऐसे में राज्य की चारधाम यात्रा पर भी इसका खासा असर पड़ रहा है वही सिखों प्रसिद्ध धाम श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा सुचारू रूप से आज भी जारी है जिससे आज भी सैकड़ों सिख भक्त अपने यात्रा मार्ग की दूरी को तय कर रहे है।
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इस सम्बंध में गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि उनको अभी तक स्थानीय प्रशासन की तरफ से कोई भी सूचना श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा रोकने के लिये नही मिली है, वही श्री बद्रीनाथ मार्ग पर भी लगभग यात्रा सुचारू है जबकि गोविन्द घाट में श्री हेमकुंड साहिब पहुँचने वाला मार्ग पूर्ण रूप से सुरक्षित व खुला हुआ है जिस पर आज भी सैकड़ों सिक्ख श्रद्धालु अपनी यात्रा को पूरा कर रहे है।
वही चार धाम यात्रा को लेकर भी बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है और यात्रियों का चार धाम यात्रा पर जाने का क्रम जारी है। श्री हेमकुंड साहिब व चार धाम यात्रा मार्गो को लेकर प्रशासन व आलाधिकारियों की ओर से मार्ग बंद होने व खुलने की किसी भी प्रकार की सूचना सार्वजनिक नही किया जाना प्रशासनिक व्यवस्था की लापरवाही को उजागर कर रहा है।
वही उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग बंद होने की जानकारी बड़े ही जोरशोर से जारी कर दी जाती है जिससे सूचना मीडिया के माध्यम से प्रसारित होती है ओर जो धाम पूर्ण रूप से सुरक्षित है उनकी यात्रा पूर्ण रूप से प्रभावित हो जाती है, ऐसे में सरकार को मार्ग। की स्पष्ट स्थिति व मार्ग खुलने की सूचना भी सार्वजनिक रूप से बृहद स्तर पर जारी करनी चाहिए जिससे उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पुनः पटरी पर आ सके, उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग बंद होने की सूचना से यात्रा मार्ग का व्यवसाय भी लड़खड़ा जाता है जिसका असर राज्य की आर्थिकी पर भी पड़ता है, जिस पर उन्होंने अनुरोध किया है कि यात्रा मार्ग की स्थिति के सूचना तंत्र को मजबूत कर सूचनाएं राज्य व यात्री हित को देखते हुए जारी की जाये।