कश्मीर में बदलते हालात को देखते महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला हुए नजरबंद, धारा 144 लागू…
कश्मीर में जारी हलचल रविवार को अचानक बढ़ गई। अधिकारियों ने आतंकवादी खतरे और पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर शत्रुता बढ़ने के बीच अहम प्रतिष्ठानों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा और ज्यादा बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा बीच में ही समाप्त करने और तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों से यथाशीघ्र घाटी छोड़ने के लिए कहे जाने के बाद परेशान स्थानीय लोग घरों में जरूरी सामानों का स्टॉक करने के लिए दुकानों और ईंधन स्टेशनों पर बड़ी-बड़ी कतारों में खड़े नजर आए।
कश्मीर में लगातार बदलते हालात को देखते राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में नजरबंद किया गया है। एक स्थान में कैद होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर लिखा कि हिंसा से केवल उन लोगों के हाथों में खेलेंगे जो राज्य की भलाई नहीं चाहते। शांति के साथ रहें और ईश्वर आप सभी के साथ रहें। मुझे लगता है कि मुझे आज (रविवार) आधी रात से नजरबंद कर दिया जाएगा और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है।
हम नहीं जानते कि हमारे लिए क्या है, लेकिन मैं एक दृढ़ विश्वास रखता हूं कि सर्वशक्तिमान अल्लाह ने जो योजना बनाई है वह हमेशा बेहतर के लिए है। हमें कभी भी उसके तरीकों पर संदेह नहीं करना चाहिए। सभी को शुभकामनाएं, सुरक्षित और शांत रहें। अगर राज्य सरकार के अधिकारियों की मानें तो मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। एक अनौपचारिक कर्फ्यू शुरू होने जा रहा है और मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। किस पर विश्वास करें कुछ समझ नहीं आ रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सुनने में आ रहा है कि जल्द ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया जाएगा। कर्फ्यू पास भी जारी किए जा रहे हैं। अल्लाह जाने क्या होगा। यह एक लंबी रात होने जा रही है। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट में लिखा कि ऐसे कठिन समय में, मैं अपने लोगों को यह विश्वास दिलाना चाहती हूं कि जो हो सकता है, हम इसमें एक साथ हों और इसका मुकाबला करेंगे। जो कुछ भी हमारा अधिकार है उसके प्रयास करने के लिए हमारे संकल्प को तोड़ा नहीं जा सकता. महबूबा मुफ्ती के इस ट्वीट को उमर अब्दुल्ला ने भी रिट्वीट किया है।
उमर अब्दुल्ला ने पहले ही नजरबंद होने का दावा कर दिया था। जिसके बाद उनके नजरबंद होने की चर्चा होने लगी थी।
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श्रीनगर में पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला घर पर सर्वदलीय बैठक हुई, जिसके बाद उन्होंने प्रेस को संबोधित किया। अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से कश्मीर के लोग खौफ में हैं। अब से पहले कभी भी अमरनाथ यात्रा को रद्द नहीं किया गया। यह कश्मीर के लिए सबसे बुरा वक्त है।उन्होंने भारत और पाकिस्तान से अपील करते हुए कहा कि दोनों देश कोई ऐसा कदम न उठाएं, जिससे तनाव बढ़े।