
नई दिल्ली| एनएसजी में भारत की इंट्री को लेकर चल रही उठा-पटक के बीच चीन ने अपना रुख नरम कर लिया है। चीन ने कहा है की वह भारत की दावेदारी पर आमराय बनाने को तैयार है।
एनएसजी में भारत
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने अपने बयान में कहा, ‘परमाणु अप्रसार संधि से ताल्लुक नहीं रखने वाले देशों के एनएसजी में शामिल होने से पहले पर्याप्त चर्चा ज़रूरी है| चीन हमेशा से आमराय बनाकर सहमति बनाने के पक्ष में रहा है’।
उन्होनें कहा, ‘एनएसजी में भारत की एंट्री होनी चाहिए, इसके लिए एक आमराय बनाने के लिए चीन बातचीत में पूरा समर्थन करेगा’।
क्यों आई नरमी
वैसे तो चीन एनएसजी में भारत की भागीदारी का कट्टर विरोधी है लेकिन अमेरिका के भारत को समर्थन देने की वजह से चीन के रुख में नरमी आई है| पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड के चलते उसके पक्ष में कोई भी देश नहीं है, यह भी चीन के लिए बड़ी समस्या है| हालाँकि, जानकार यही मानते हैं कि इस बार भारत को एनएसजी की सदस्यता मिलना लगभग तय है।
भारत को मिलती रही है छूट
साल 2008 में अमेरिका से परमाणु करार होनें के बाद भारत को परमाणु प्रसार में काफी छूट मिलती रही है। यही कारण है कि भारत ने अप्रसार संधि पर अब दस्तखत नहीं किए हैं और भारत परमाणु हथियार भी बनाता रहा है|
सिओल मीटिंग होगी अहम
भारत की एनएसजी में दावेदारी पर अहम फैसला आगामी 20 जून को सिओल में होने वाली प्लेनरी मीटिंग में आ सकता है| तब तक इस मुद्दे को लेकर सिर्फ कयास ही लगाए जा सकते हैं| चीन का आमराय के लिए तैयार होना भारत के लिए राहत ज़रूर लाया है|