सावन की शिवरात्रि पर दिल्ली के इन प्रसिद्ध शिव मंदिरों के दर्शन करना न भूलें

आज तो सावन मास की शिवरात्रि है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है। भगवान शिव बहुत ही जल्दी प्रसन्न भी हो जाते हैं। भारत के लोगों की धर्म-कर्म में विशेष ही आस्था है। भारत हमेशा से ही धर्म का धनी देश रहा है। यहां पर संस्कार,सभ्यता,पौराणिक कथाओं की कोई कमी नहीं है। इसके चलते यहां पर भगवान शिव के मंदिर भी काफी हैं। एक ही शहर में भगवान शिव के तमाम मंदिर हैं। आज हम आपको दिल्ली के प्रभु भोले के मंदिरों का वर्णन करेंगे।

प्राचीन शिव मंदिर

नीली छतरी मंदिर

दिल्ली की नीली छतरी का यह मंदिर सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार है। भगवान शिव का यह मंदिर निगंबोध घाट में स्थित है।यह एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है इसे के चलते इस मंदिर की बहुत मान्यता भी है। इस मंदिर का सीधा संबंध महाभारत काल से बताया जा रहा है। इस मंदिर का निर्माण पांच पांडवों ने करवाया था।

नीली छतरी मंदिर

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प्राचीन शिव मंदिर

प्राचीन शिव मंदिर दिल्ली एनसीआई, गौतम बुद्ध नगर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। जिसकी शुरुआत प्रारंभ में श्री बाबा बलनाथ जी द्वारा की गई थी, बाद में उनके समाधि स्थल के साथ इस स्थल का पुरनिर्माण किया गया था। यहां और भी शिखर मंदिर बनाने का योजना है। वर्तमान मंदिर में प्रवेश के लिए उत्तर और पूर्व दिशा की ओर प्रवेशद्वार बने हुए हैं। भगवान शिव का यह मंदिर श्री बाबा बलनाथ जी के समाधि स्थल पर बना हुआ है। मंदिर का परिसर काफी बड़ा है, जो चारों तरफ से हरियाली से सजा हुआ है।

प्राचीन शिव मंदिर

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मंगल महादेव मंदिर

सभी मंदिरों के दर्शन के बाद आप यहां के मंगल महादेव मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव के अलावा और देवी-देवताओं की भी प्रतिमा है। यह मंदिर 200 एकड़ में फैला हुआ है। यह मंदिर आध्यतमिक शांति के लिए काफी जाना जाता है। यहां आकर आपको एक अलग की शांति का अहसास होगा। इस मंदिर में जो भोले की प्रतिमा है वह 100फीट तक ऊंची है। यहां आप भोलेनाथ के साथ साथ माता पार्वती, नंदी, सीता-राम, गणेश और राधा-कृष्ण भी मूर्तियां देख सकते हैं। एक अच्छे अहसास के लिए आप इस मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।

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