जानें, कब, क्यों और कैसे व्यक्ति नहीं ले पाता है अपने जीवन का सही फैसला

कभी-कभी लोग सही समय पर सही फैसला नहीं ले पाते हैं। स्थिति ऐसी बन जाती है कि लोग आपना आपा खो देते हैं। जिस कारण वह सही फैसला नहीं कर पाते हैं। ज्योतिष की माने तो चन्द्रमा मन का कारक होता है जो कभी-कभी फैसला लेने में रुकावट का काम भी करता है। आइये जानते इसके पीछे के कारण के बारे में।

सही फैसला

जानें कौन सा ग्रह निर्णय क्षमता को प्रभावित करता है?

सूर्य वाले लोग तुरंत निर्णय लेते हैं, परिणाम ठीक ही रहता है।

चन्द्रमा वाले लोगों  निर्णय आमतौर पर भावनाओं से चलता है।

मंगल प्रधान लोग जोश में निर्णय लेते हैं।

बुध प्रधान लोग अक्सर निर्णय लेने में दुविधा के शिकार हो जाते हैं।

बृहस्पति और शुक्र प्रधान लोग अक्सर संतुलित निर्णय ले लेते हैं।

शनि प्रधान लोग सोच समझकर और बेहतरीन निर्णय लेते हैं।

कब व्यक्ति निर्णय ठीक नहीं ले पाता और असफल हो जाता है?

पंचम भाव के स्वामी के कमजोर होने पर या पापक्रांत होने पर।

कभी – कभी अग्नि तत्व के मजबूत होने पर व्यकित जोश में फैसला ले लेता हैं और जोश में जो फैसला लेता है वह फैसला अधिकतर गलत होता है।

अग्नि तत्व मजबूत होने पर व्यक्ति जोश में गलत निर्णय ले लेता है और कभी कभी बुरी तरह असफल होता है।

अगर कुंडली में चन्द्र और बुध भारी हो तो व्यक्ति चंचल स्वाभाव का होता है और उसे कोई भी निर्णय लेने में बांधा आती है।

अगर अंगूठे का पहला पोर लचीला हो व्यक्ति बार बार निर्णय बदलता है और असफलता का सामना करता है।

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कब व्यक्ति सही निर्णय लेता है?

पंचम भाव के स्वामी के मजबूत होने पर आप कोई भी फैसला अच्छे से ले पाते हैं।

पृथ्वी तत्त्व या अग्नि तत्त्व का संतुलन सही होने पर सही फैसला लेने में मदद मिलती है।

जब आपका शनि ग्रह मजबूत होता है तो आपको सही फैसला लेने में काफी मदद मिलती है।

जब आपका बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है तो आपको सही फैसला लेने में मदद मिलती है।

चन्द्रमा के शुभ स्थानों में होने पर या मजबूत होने पर।

अंगूठे का पहला पोर लम्बा और सख्त होने पर आप हमेशा सही फैसला करते हैं।

निर्णय क्षमता मजबूत करने के सरल उपाय क्या हैं?

प्रातः काल नवोदित सूर्य को जल जरूर अर्पित करें।

महिलाएं जल में हल्दी डाल लें और पुरुष रोली मिला लें।

महीने में दो एकादशी या एक पूर्णिमा का जलीय उपवास रखें।

भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र – नमः शिवाय का जाप करें।

भगवान विष्णु के द्वादशाक्षर मंत्र – ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें।

शनिवार को प्रकाश का दान करें।

पीला पुखराज या हीरा धारण करने से भी निर्णय क्षमता मजबूत होती है।

 

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