
अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर देश तथा प्रदेश के सबसे पिछड़े जनपदों में एक है। इस बात की पुष्टि नीति आयोग की रिपोर्ट में भी हो चुकी है। शिक्षा के मामले में जनपद सबसे पीछे है और जिले का सीमावर्ती क्षेत्र विशेषकर पचपेड़वाहरैया सतघरवा गैसड़ी व तुलसीपुर विकासखंड के तराई क्षेत्र काफी पिछड़े हुए हैं।
विकासखंड पचपेड़वा के जनजातीय थारु बाहुल्य गांव में शैक्षिक स्तर काफी कम है। जबकि क्षेत्रों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। संसाधन के अभाव में इस क्षेत्र के छात्र-छात्राएं आगे बढ़ नहीं बढ़ पा रहे हैं।
इन्हीं संभावनाओं को तलाशते हुए इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय ने थारू बाहुल्य क्षेत्र के इन्डोनेपाल सीमावर्ती गांव इमिलिया कोडर में दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित विद्यालय परिसर में स्टडी सेंटर खोलने का निर्णय लिया और तमाम विसंगतियों को दूर करते हुए उसका शुभारंभ भी करा दिया गया है। जिसमें क्षेत्रीय निदेशक डॉ। मनोरमा सिंह तथा सहायक निदेशक डॉक्टर कीर्ति विक्रमसिंह का सराहनीय योगदान रहा है।
विकासखंड पचपेड़वा में लगभग एक दर्जन सीमावर्ती ऐसे गांव हैं। जो जंगलों के बीच में स्थित है और यहां पर थारू जनजाति समुदाय के लोग निवास करते हैं। यहां के लोग पारंपरिक ढंग से अभी भी खेती करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
शैक्षिक स्तर काफी कम होने के कारण बहुत कम लोग ही रोजगार या नौकरियों से जुड़ पाए हैं। हालांकि, आज से लगभग तीन दशक पूर्व दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा इसी क्षेत्र के इमिलिया कोडर गांव में एक विद्यालय की स्थापना की गई थी, जिसके बाद लगातार शिक्षा के स्तर में सुधार देखने को मिला है।
परंतु वह सुधार काफी कम रहा है। क्योंकि वह विद्यालय मात्र जूनियर हाई स्कूल तक का ही था । यहां के लोगों की माने तो क्षेत्र में विद्यालय के खुलने से काफी परिवर्तन हुआ है। क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा सिंह तथा सहायक निदेशक कीर्ति विक्रम सिंह ने यहां आकर गांव कीभौगोलिक स्थिति रहन सहन तथा आवश्यकताओं पर बारीकी से अध्ययन किया और उसके बाद इसी क्षेत्र में इग्नू का स्टडी सेंटर खोले जाने का निर्णय लिया। जिला मुख्यालय पर महारानी लाल कुंवर महाविद्यालय में इग्नू सेंटर पहले से संचालित है।
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वहीं के एकेडमिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से इमिलिया कोडर के विद्यालय में सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया, जिसका शुभारंभ कर दिया गया है। क्षेत्र के लोग इग्नू स्टडी सेंटर खोलने से काफी खुश हैं।
अभी तक इमिलिया कोडर के विद्यालय में छात्राओं को इंटरमीडिएट तक का ही शिक्षा मिल पा रहा था। अब इग्नू सेंटर के माध्यम से उन्हें अन्ना तक तथा परास्नातक के साथ-साथ व्यवसायिक शिक्षा भी प्राप्त हो सकेगा। यह सेंटर थारू समुदाय के जनजातीय लोगों के लिए पूरी तरह निशुल्क शिक्षा तथा पाठन सामग्री उपलब्ध कराएगा।
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निश्चित रूप से इस सुविधा का लाभ लेते हुए यहां की छात्राएं आगे बढ़ेगी। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा सिंह तथा सहायक निदेशक कीर्ति विक्रम सिंह ने बताया कि इमिलिया कोडर के इग्नू स्टडी सेंटर पर स्नातक तथा परास्नातक शिक्षा की उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें जरुरत के अनुसार सभी पाठ सामग्री नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा
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