अब सफर में महंगी होगी बीच वाली सीट, ‘फैमिली फी’ वसूलने की पूरी तैयारी
नई दिल्ली। घाटे से झूझ रही सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया अब अपनी माली हालत में सुधार के लिए एक नए फार्मूले के तहत काम करने की योजना बना रही है। यानी अब आपको एयर इंडिया से सफर करने के लिए अपनी जेब कुछ ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। इस दिशा में कंपनी ने घरेलू उड़ानों में सीट सेलेक्शन के नाम पर ‘फैमली फी’ यानी समान्य से अधिक चार्ज वसूलने के लिए एक सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
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खबरों के मूताबिक एयर इंडिया विमान में मध्य की पंक्ति (मिडिल रो) में साथ-साथ सीट देने के बदले यात्रियों से अधिक फी वसूल करेगा। अभी तक यह केवल लंबी दूरी की उड़ानों पर सामने वाली पंक्ति की सीटों के लिए लिया जाता था।
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बता दें कि एयर इंडिया कर्ज के भारी-भरकम बोझ तले ऑपरेट कर रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने पिछले दिनों एयर इंडिया के निजीकरण को मंजूरी दे दी है।
सरकार एयर इंडिया में अपनी 76 प्रतिशत हिस्सेदारी निजी क्षेत्र के किसी चुनिंदा खरीदार को बेचने का निर्णय कर चुकी है।
घाटे से जूझ रहा एयर इंडिया ऐसा कर अपनी आय बढ़ाना चाहता है। सीट सेलेक्शन का यह फार्मूला नया नहीं है। दुनिया के कई देशों में एयरलाइंस कंपनियां ऐसा करती हैं।
इस नए नियम के लागू होने के बाद जो लोग अपने बच्चों के साथ सफर करते हैं उनके पास एक साथ बैठने के लिए अधिक फी चुकाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
एयर इंडिया की तरफ से हाल ही में ट्रैवल एजेंटों को जारी किए गए सर्कुलर में मध्य की पंक्ति में भी सीट सेलेक्शन का ऑप्शन देने को कहा गया है, ताकि अपने बच्चों के साथ बैठकर सफर करने की इच्छा रखने वाले यात्रियों से अधिक फीस वसूली जा सके।
मध्य की पंक्ति में फैमिली सीट के लिए घरेलू और विदेशी उड़ानों की दरें अलग-अलग रखी गई हैं। इनकी दरें रुट्स के हिसाब से दरें तय की गई हैं।
मध्य की पंक्ति में फैमिली सीट बुक कराने के लिए रूट के मुताबिक यात्रियों को 100 से 1500 रुपए तक अधिक फी चुकाना पड़ सकता है। विंडो सीट के लिए भी ज्यादा फी वसूलने का नियम है।
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