
नई दिल्ली। भारत-अमेरीका रक्षा व्यापार और तकनीकी पहल के तहत विमान वाहक तकनीकी सहयोग पर गठित संयुक्त कार्य दल (जेडब्ल्यूजीएसीटीसी) की चौथी बैठक में दोनों पक्षों ने संयुक्त कार्यदल की उपलब्धियों पर चर्चा की तथा भविष्य में विमान वाहक तकनीक के विभिन्न आयामों जैसे डिजाइन, निर्माण, परीक्षण प्रक्रिया और परियोजना प्रबंधन पर परस्पर सहयोग पर सहमति व्यक्त की।
यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, संयुक्त कार्यदल की समापन बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई, जिसकी अध्यक्षता युद्धपोत उत्पादन तथा अधिग्रहण के नियंत्रक वाइस एडमिरल डी.एम.देशपांडे और विमान वाहक कार्यक्रम के मुख्य अधिकारी रियर एडमिरल ब्रायन एंटोनियो ने की। शुक्रवार को एक संयुक्त वक्तव्य पर भी हस्ताक्षर किए गए।
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बयान के अनुसार, कार्यदल की बैठक 29 अक्टूबर से तीन नवम्बर तक भारत में हुई। विमान वाहक कार्यक्रम के मुख्य अधिकारी रियर एडमिरल ब्रायन एंटोनियो के नेतृत्व में एक 13 सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने गोवा के समुद्र तट पर स्थित परीक्षण सुविधा केन्द्र, करवार स्थित नौसेना केन्द्र, समुद्र में आईएनएस विक्रमादित्य, मझगांव डॉक लिमिटेड और पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्यालय का दौरा किया।
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यह बैठक दोनों देशों के मध्य विमान वाहक तकनीक के तहत बढ़ते आपसी सहयोग को दर्शाता है। दोनों पक्षों ने अगले वर्ष के प्रारंभ में अमेरिका में बैठक करने पर सहमति जताई।