
लखनऊ। करवाचौथ महिलाओं के लिए काफी महात्वपूर्ण त्यौहार होता है। इस दिन महिलाएं नई नवेली दुल्हन की तरह सजकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है।
जहां महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रख कर शाम को चांद देख कर अपना व्रत खोलती है। वहीं एक शहर ऐसा है जहां करवाचौथ को महिलाएं अभागा मानती है।
जी हां, मथुरा स्थित सुरीर कस्बे की महिलाएं अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत नहीं रखती है।
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यहां महिलाएं को व्रत ना रखने के पीछे किसी महिला का श्राप बताया जाता है। दरअसल करवाचौथ के दिन एक महिला के पति की हत्या उसी के सामने कर दी गई थी।
कस्बे की एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि रामनगला गांव का एक व्यक्ति अपनी पत्नी को ससुराल से विदा कराकर अपने गांव के लिए आ रहा था। दोनों एक भैंसा गाड़ी में सवार थे तभी आगे जाकर भैंसा वहां से चोरी हो गया।
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वहीं स्थानीय लोगों ने भैंसा चोरी होने का पूरा इल्जाम विवाहिता के पति पर लगा दिया और पीट-पीटकर कर उसकी हत्या कर डाली। अपने पति की हत्या देख उसने श्राप दिया और कहा कि इस क्षेत्र में जो भी महिला इस दिन अपने पति के लिए व्रत रखेगी या श्रंगार करेगी तो उसके पति की मौत हो जाएगी।
आगे बुजुर्ग महिला ने कहा कि एक बार सुरीर में किसी महिला ने इन बातों को नजरअंदाज करते हुए करवाचौथ का व्रत रखा था। लेकिन उसी रात उसके पति की अचानक से मृत्यु हो गई थी।
तभी से इस गांव की महिलाओं के मन में करवाचौथ को लेकर डर बैठ गया है। श्राप के वजह से इस कस्बे की महिलाएं ना तो करवाचौथ के दिन श्रंगार करती हैं और ना ही व्रत रखती है।