
बांदा। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नरैनी विधायक प्रतिनिधि के बेटे द्वारा पड़ोस की दो छात्राओं से छेड़खानी किए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। पीड़िताएं ब्राह्मण समाज की होने की वजह से इस क्षेत्र का समूचा ब्राह्मण समाज विधायक प्रतिनिधि को अब तक पद से न हटाए जाने को लेकर आक्रोशित है और विधायक को भाजपा से निकाले जाने की मांग उठा दी है। रविवार को नरैनी कस्बे में पीड़ित परिवार के घर हुई ब्राह्मण समाज की बैठक में पुलिस द्वारा अब तक अभियोग न दर्ज किए जाने पर पुलिस के खिलाफ भी आक्रोश देखा गया। विधायक प्रतिनिधि और पीड़ित परिवार का घर अगल-बगल है।
मंगलवार को तहसील दिवस में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में ब्राह्मण समाज की एक महिला ने अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि उसकी दो बेटियों को स्कूल आते-जाते विधायक प्रतिनिधि का बेटा अपने कुछ समुदाय विशेष के दोस्तों के छेड़छाड़ करता था, जिसका उलहना देने पर विधायक प्रतिनिधि और उसके बेटे ने घर में घुस कर असलहों के बट से पूरे परिवार को पीटा है और विधायक के दबाव में स्थानीय पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
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रविवार की दोपहर क्षेत्र के ब्राह्मण समाज के आधा सैकड़ा लोगों ने पीड़ित परिवार के घर एक बैठक कर विधायक और स्थानीय पुलिस के खिलाफ आक्रोशा जताया। ब्राह्मण समाज के स्थानीय अगुआ शिवप्रसाद ने बताया, “इस बैठक में तय हुआ कि अगर विधायक प्रतिनिधि और उसके बेटे के खिलाफ अभियोग दर्ज नहीं किया गया तो समूचा समाज सड़क पर उतर कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगा।”
उन्होंने बताया, “समाज के लोगों ने भाजपा के नरैनी विधायक राजकरन कबीर को पार्टी से निकाले जाने से संबंधित ज्ञापन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को भी भेजा है।”
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नरैनी विधायक ने दूरभाष पर बताया, “घटना की मुझे कोई जानकारी नहीं है, मैं इस समय लखनऊ में हूं। पुलिस मामले की जांच कर कानूनी कार्यवाही करेगी। कुछ साल पूर्व उन्होंने पीड़िता के परिजनों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था, इसी खुन्नस में फर्जी आरोप लगगाए जा रहे हैं।”