थम गया भाजपा की जीत का सफर, मोदी-शाह की जोड़ी पर भारी पड़ गया चुनाव आयोग ये फरमान

उत्तर प्रदेश विधानसभानई दिल्ली। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद से ही मोदी सरकार के लिए अब तक का समय काफी अच्छा रहा है जिसमें उन्हें लोकसभा चुनाव के लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों तक उम्मीद से बढ़कर ही सफलता मिली है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए आने वाला समय अच्छा नहीं होने वाला है। भाजपा को दिल्ली चुनाव से पहले ही बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है। दरअसल दिल्ली एमसीडी चुनाव से पहले ही भाजपा 272 में से 6 सीटें हार गई है।

बता दें कि नॉमिनेशन पेपर में गलतियों के चलते चुनाव आयोग ने भाजपा के 6 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया है। खबरों के मुताबिक बीजेपी ने पर्चा भरने के अंतिम दिन उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। लेकिन ये सूची कैंडिडेट्स तक पहुंचते-पहुंचते काफी समय बीत गया। जिस वजह से उम्मीदवारों ने जल्दबाजी में पर्चा भरा। इससे सारी औपचारिकताएं पूरी नहीं की जा सकी और उन सभी 6 कैंडिडेट्स का नॉमिनेशन रद्द हो गया।

गौरतलब है कि पिछले चुनावों की तरह ही दिल्ली नगर निगम चुनाव भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की निगरानी में हो रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी में इस बात को लेकर खलबची मची हुई है। इस बात से पार्टी को जनता के बीच शर्मिंदगी झेलने पड़ रही है। केन्द्रीय नेतृत्व ने इस गड़बड़ी को लेकर दिल्ली बीजेपी से रिपोर्ट मांगी है। खबरों के मुताबिक इस गड़बड़ी के पीछे पार्टी के किसी बड़े नेता का हाथ होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस गड़बड़ी में जिसका भी नाम सामने आएगा, पार्टी उसे बख्शने के पक्ष में नहीं है।

दिल्ली चुनाव से ठीक पहले ही उम्मीदवारों की लिस्ट में हुई देरी की वजह बताते हुए भाजपा के एक नेता ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सुबह 10:30 बजे 1.6 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। जिसके बाद साढ़े तीन बजे एक और आधी-अधूरी लिस्ट जारी की गई। खबरों के मुताबिक साढ़े दस से साढ़े तीन बजे तक लिस्ट में कई उम्मीदवारों के नाम में परिवर्तन किया गया था। जिस वजह से ही लिस्ट देर से जारी की गई।

जिन कैंडिडेट्स का नामांकन रद्द हुआ है उनमें बापरोला, त्रिलोकपुरी, अबुल फजल इंक्लेव, विनोद नगर, किशनगंज और लाडोसराय सीट से उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे थे।

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