#PNBScam : जेल पहुंचने से पहले नीरव मोदी ने किया खुद को बचाने का इंतजाम, होगी ‘विजय’?

नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक और नीरव मोदी महाघोटाला पर सभी की नज़रें बनी हुई हैं। वहीं सियासी खेल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। मामले में जांच एजेंसियां भी मुस्तैदी से अपने काम में जुटी हुई हैं। मामला 11,360 करोड़ रूपये की धांधली का है। मामले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी के 34 ठिकानों पर ईडी के छापे मारे जा चुके हैं। सीबीआई ने पीएनबी की ब्रैडी हाउस ब्रांच सील कर दिया है। वहीं खबर यह भी है कि 2जी स्पेक्ट्रम केस के आरोपियों को बरी कराने वाले धुरंधर वकील नीरव मोदी की पैरवी करने वाले हैं।

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नीरव मोदी महाघोटाला

खबरों के मुताबिक़ नीरव मोदी के खिलाफ चल रहे बैंक फ्रॉड के इस केस में प्रसिद्ध वकील विजय अग्रवाल कोर्ट में उनकी पैरवी करेंगे। अग्रवाल इससे पहले 2जी स्पेक्ट्रम केस के कई आरोपियों के भी वकील रह चुके हैं।

वहीं मेडिकल एडमिशन घोटाले में घिरे ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज आईएम कुद्दूसी का केस भी वही लड़ रहे हैं।

इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को मुंबई स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ब्रैडी हाउस शाखा को सील कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

कई एजेंसियां 11,360 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले की जांच कर रही हैं। सीबीआई ने मुंबई की इस बैंक शाखा के बाहर एक नोटिस लगा दिया है।

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सीबीआई या सीबीआई की विशेष अदालत या किसी सीबीआई सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना सभी के शाखा में आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। (आईएएनएस ने सबसे पहले 14 फरवरी को करोड़ों रुपयों के घोटाले में बैंक की इस शाखा के नाम का खुलासा किया था।)

बैंक की शाखा सील करने के बाद यहां का सभी कामकाज ठप पड़ गया है और कई कर्मचारियों को बैंक की शाखा के बाहर अपने बॉस के अगले आदेश का इंतजार करते भी देखा गया।

यह कार्यवाही सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा घोटाले में आरोपी बैंक के दो पूर्व कर्मचारियों सहित तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत तीन मार्च तक बढ़ाने के फैसले के दो दिन बाद हुई है।

इन आरोपियों में पीएनबी के सेवानिवृत्त उपप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी, सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खराट और घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हेमंत भटट् हैं।

इस मामले में सीबीआई ने मुंबई और रायगढ़ के अलग-अलग इलाकों से इन तीनों को सबसे पहले गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि इस संबंध में अन्य गिरफ्तारियां जल्द ही हो सकती हैं।

इसके अलावा घोटाले में सीबीआई ने पहले 10 अन्य निदेशकों और अधिकारियों को भी आरोपियों के तौर पर नामित किया था। इनके नाम – कृष्णन संगमेश्वरन, नजुरा यशजैने, गोपाल दास भाटिया, अनियाथ शिवरमण, धनेश व्रजलाल सेठ, ज्योति भारत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकांत कानू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वरांगे और मिहीर भास्कर जोशी हैं।

इस घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और उनके सहयोगी जनवरी के शुरुआत में ही देश छोड़कर फरार हो गए थे।

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