फर्रूखाबाद- फर्रूखाबाद जिले में गुरुवार की देर रात करीब 12 घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा अब समाप्त हो गया है। पुलिस मुठभेड़ में आरोपी सुभाष ढेर हो गया, तो वहीं पुलिस के सामने गांव की गुस्साईं महिलाओं ने आरोपी की पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हालांकि पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सुभाष बाथम के घर इतना काफी विस्फोटक पदार्था था बारूद में विस्फोट होने पर बच्चों सहित आसपास के घरो का सफाया हो सकता था।
पूरा मामला कथरिया गांव में गुरुवार को सुभाष बाथम की बेटी गौरी (2) का जन्मदिन था। सुभाष ने बेटी के जन्मदिन को धूमधाम से मनाने का निर्णय किया। उसने मोहल्ले के 23 बच्चों को आमंत्रित किया। बच्चों ने जन्मदिन मनाया। फिर इन बच्चों को बाथम ने शाम चार बजे तहखाने में बंद कर दिया। इसके बाद शराब के नशे में छत पर चढ़ गया। वहां वह चीखने लगा कि अब उसे पुलिस से पकड़वाने का नतीजा भुगतना पड़ेगा। गांव वालों की सूचना पर कोतवाल फोर्स के साथ पहुंचे।
उन्होंने सुभाष को बाहर निकलने के लिए कहा तो वह तमंचा ले आया और पुलिस को ललकारते हुए फायरिंग करने लगा। चार-पांच फायर करने के बाद हथगोला फेंका। घटना से गांव में दहशत फैल गई। हथगोले से निकली गिट्टी कोतवाल राकेश कुमार के हाथ में व दीवान जयवीर यादव के पैर में लगी।पुलिस ने बातचीत में सुभाष को उलझाया और एक टीम ने पीछे से अपहरणकर्ता सुभाष के घर का गेट तोड़ना शुरू किया।
जिसके बाद 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल निकाल लिया। और पुलिस मुठभेड़ में आरोपी को मार गिराया गया। इस दौरान आरोपी सुभाष की पत्नी रूबी गांव पर गांव की महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने रूबी को जमकर पीटा। किसी तरह से पुलिस ने रूबी को महिलाओं से छुड़ाया और गंभीर हालत में अस्पताल भेजा। इलाज के दौरान रूबी ने दम तोड़ दिया।
25 हजार का इनामी IRCTC हैकर गिरफ्तार, 6 लाख कैश सहित की दस्तावेज बरामद
सुभाष के घर में दो मटका 5 किलो के डिब्बे एवं दो बाल्टियों में विस्फोटक पदार्थ भरा था मकान में विस्फोट करने के लिए तार लगाए गए थे यदि बारुद में विस्फोट होता तो आसपास के घरो का सफाया हो जाता।