जानें हिन्दू धर्म के पतन के कारण और निवारण

वाराणसी। हिन्दुओं के सभी प्रमुख गुणों को मुसलमान, ईसाई और बौद्धों ने अपनाया और संसार में छा गए और हिन्दू इन्हें त्याग कर बर्बाद होने की कगार पर हैं| हम यज्ञोपवीत, उपनयन या जनेऊ करवा कर सात से ग्यारह वर्ष के बच्चों को गुरुकुल भेजते थे लेकिन भौतिकवादी युग यानि आज ज्यादातर जगहों पर अब बंद है| दूसरी तरफ मुसलमान और ईसाई नियम से मदरसा व् मिशन स्कूल में पहले धर्म की शिक्षा देते हैं|

जानें हिन्दू धर्म के पतन के कारण और निवारण

मदरसे, मिशनरी स्कूल हजारों लाखों की संख्या में खुल गए| हिन्दुओं के बच्चे भी उसी में शौक से जा रहे हैं और सेकुलरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है| प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी के लिए अनिवार्य गायत्री महामंत्र की त्रिकाल संध्या (सुबह, दोपहर, शाम तीनों समय जप-ध्यान) समाप्त होती नजर आ रही है| वहीं दूसरी तरफ उनकी पाँच वक्त की नमाज और रोज की प्रेयर शुरू|

रात को सोते समय सिरहने पर चीजो के होने से बढ़ता है मनोरोग का खतरा

सप्ताह में कम से कम एक दिन, पूजा, सत्संग, संगठन के लिए मंदिर जाना बंद| लेकिन दूसरी तरफ उनका जुमे के दिन नमाज मस्जिद में, और Sunday prayer चर्च में नियमित होती है|

साधू-संत-गुरु जनों का आदर बंद (हिन्दू अब अपने साधू संतो का अपमान खुले आम करते हैं और उपहास करते हैं)|

दूसरी तरफ उनके मौलवी, पादरी को भरपूर सम्मान मिलता है| घरेलू समारोहों में धर्म-चर्चा बंद (केवल रटी-रटायी सत्यनारायण कथा, अखंड रामायण पाठ या कीर्तन)। दूसरी तरफ उनके मौलाना की मिलाद (सत्संग) और पादरी का प्रवचन नियम से होते हैं |

देवता, धर्म-गुरु का अपमान होने पर जुबान खींच लेना बंद| दूसरी तरफ उनका ईश निंदा कानून| धर्म विरुद्ध एक भी बात बर्दाश्त नहीं| धर्म और साम्राज्य विस्तार के लिए अश्वमेध यज्ञ से पूरी पृथ्वी पर साम्राज्य विस्तार का लक्ष्य समाप्त। दूसरी तरफ उन्होंने धर्म और राजनीति को जोड़कर दारुल इस्लाम और पूरे संसार को इसाई बनाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया|

प्रेम करना पड़ा भारी, पूरे गांव के सामने बनाया मुर्गा

पिछले 67 वर्षों में कांग्रेस सरकार की हिन्दू विरोधी, षड्यंत्रकारी नीतियों से, विद्यालयों में हिन्दू विरोधी पाठ्यक्रम और शिक्षा से हिन्दुओं को सेकुलर बना दिया | दूसरी तरफ उन्हें अल्पसंख्यक के नाम पर भरपूर सरकारी अनुदान देकर उनकी धार्मिक शिक्षा को बढ़ावा देकर और कट्टर बना दिया| इसीलिए संसार में हिन्दुओं का एक भी देश नहीं दूसरी तरफ मुसलामानों के 56 देश और ईसाईयों के विश्व में 150 से अधिक देश हैं |

भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रवादी हिन्दू नरेंद्र मोदी जी भी सेकुलर बनने के लिए विवश हो जाते हैं| कारण कि कट्टर हिन्दुत्व से विश्व के दो सौ से अधिक मुस्लिम और इसाई देशों की शह पर देश में गृह युद्ध छिड़ जाएगा| भारत का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जायेगा| पर मूर्ख हिन्दू ये मानने-समझने को तैयार नहीं| वो तो मोदी का अपमान करने में ही अपनी बहादुरी समझता है |

हिन्दू एकता के लिए एक ही रास्ता बचा है

जड़ों की ओर लौटें क्योंकि जड़ें सूख गई हैं| सनातन धर्म के मजबूत आधार ये हैं गायत्री, यज्ञ, गीता, गंगा, गौमाता, ज्योतिर्विद्या (जन्म कुंडली) जिसे वेदों का नेत्र कहा गया है और सद्गुरु | इन्हें अपनाने से भाग्य की उन्नति होती है और दुर्भाग्य का शमन होता है |

आज 99% हिन्दू ये नहीं करते इसीलिए पतन की गर्त में पहुंच गए हैं| अतः आज से ही सनातन धर्म के इन सिद्धांतों का पालन करना शुरू कर दें क्योंकि धर्म आचरण करने पर ही ईश्वर रक्षा करता है| धन, जन से भरपूर बनाता और विपत्ति हरता है| आओ मिलकर करें साधना, दिव्य शक्ति (गायत्री) के मंत्र की गूँजे फिर जयकार धरा पर, सत्य सनातन धर्म की |

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