सूर्यग्रहण के दिन बरतें सावधानी नहीं तो पड़ सकती है भारी – ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश सेमवाल

रिपोर्ट- संजय पुंडीर 

रुड़की। 26 दिसम्बर को सावधानी बरतें हो सकती है वरना अनहोनी, जी हां ये कहना है रूड़की के ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष व प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश सेमवाल का। उन्होंने बताया 26 दिसम्बर को सूर्य ग्रहण है, जिससे भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने आपसी सौहार्द बनाने व सभी को सावधानी बरतने की अपील की है।

सूर्यग्रहण

बता दे कि 26 दिसम्बर को सूर्य ग्रहण का कैसा असर आपके जीवन पर रहेगा, क्या फायदा होगा, क्या होगा नुकसान। इस विषय पर उत्तराखंड ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश सेमवाल का कहना है कि 26 दिसम्बर गुरुवार को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। यह ग्रहण पोष मास कृष्ण पक्ष अमावस तिथि घुनराशि व मूल नक्षत्र में पड़ रहा है। इस ग्रहण का समय भारत मे सुबह 8:00 बजे शुरू होगा। जनपद हरिद्वार में सुबह 8:20 पर स्पर्श करेगा। परमग्रास 10:48 बजे प्रातः ग्रहण समाप्त  01:36 बजे होगा। इस बार के ग्रहण का 58 वर्ष बाद ऐसा योग बन रहा है। जो 5 घंटे ओर 36 मिनट के अंतराल के है।

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आचार्य सेमवाल ने बताया कि  कुल अवधि 3 मिनट 34 सेकंड की है, यह योग 26 दिसम्बर को 58 वर्ष बाद बन रहा है। यह सूर्य ग्रहण ग्रहों की स्थिति के अनुसार पिछले कई दशकों में लगे सूर्य ग्रहण से भिन्न है। ग्रहण के समय 6 ग्रह सूर्य, चंद्रमा, शनि, गुरु और बुध की युक्ति केतु के साथ होगी। धनु राशि मे इससे पहले 5 फरवरी 1962 के सूर्य ग्रहण के समय मकर राशि मे सभी 7 ग्रह केतु के साथ उपस्थित थे। उस ग्रहण के प्रभाव से उस वर्ष भारत को चीन का आक्रमण झेलना पड़ा था। करीब 58 साल बाद यह योग फिर आया है। ये योग प्राकृतिक आपदा, भूकंप का योग है। उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, बंगाल में ज्यादा असर रहेगा। इसलिए सावधानी अनिवार्य है।

 

 

 

 

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