2500 से ज्‍यादा कोशिश, 500 में रहा कामयाब, पकड़ा गया देश का सबसे बड़ा बलात्‍कारी

बलात्‍कारीनई दिल्‍ली। दिल्‍ली पुलिस के हाथ आज एक ऐसा दरिंदा लगा है, जिसपर आरोप है कि उसने 12 सालों में 500 से ज्‍यादा बच्चियों को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया है। यह हैवान सीरियल रेपिस्‍ट स्‍कूल से लौटती बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था।

देश का सबसे बड़ा बलात्‍कारी

पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए जो बताया, उसे सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए। उसने पुलिस को बताया कि पिछले 12 सालों के दौरान उसने 500 से ज्यादा बच्चियों को अपना शिकार बनाया। चौंकाने वाली बात यह भी है कि इन 12 सालों के कानून के शिकंजे से लगभग बचा रहा। सिर्फ एक बार उसे गिरफ्तार किया गया था।

2006 में आखिरी बार हुआ था गिरफ्तार

आरोपी की पहचान सुनील रस्तोगी के रूप में हुई है जिसकी उम्र 38 साल है। वह शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। पुलिस ने बताया कि रस्तोगी ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया है कि वह 2,500 से ज्यादा नाबालिगों के साथ वारदात को अंजाम देने की कोशिश कर चुका है और इस दौरान उसे सिर्फ एक बार 2006 में एक वारदात के लिए उसे 6 महीने के लिए उत्तराखंड के रुद्रपुर में जेल में बंद रहना पड़ा। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से इन घिनौनी वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया।

12 सालों से दे रहा था वारदात को अंजाम

पुलिसा का दावा है कि पूर्वी दिल्ली में टेलर की दुकान पर काम कर चुके इस शख्स ने करीब 12 सालों में दिल्ली, गाजियाबाद और रुद्रपुर में तमाम वारदातों को अंजाम दिया है। उसके निशाने पर स्कूल से घर लौट रहीं 8 से 10 साल की बच्चियां होती थीं। वह बच्चियों से कहता कि उनके पैरंट्स ने चॉकलेट भेजी हैं। फिर उन्हें सुनसान जगह ले जाकर गलत काम करता था। 13 दिसंबर 2016 को उसने दिल्ली के न्यू अशोक नगर में 7 साल की बच्ची को अगवा कर रेप किया था। फिर 10 जनवरी को दो बच्चियों के साथ ऐसी ही घटना हुई। सभी मामलों में एक ही तरीका अपनाया गया था। एक बच्ची ने सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को पहचान लिया।

स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का हुआ गठन

दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है जो अन्य पीड़ित लड़कियों का पता लगाएगी क्योंकि पुलिस को शक है कि रस्तोगी के ज्यादातर अपराध रिपोर्ट ही नहीं किए गए हैं।

डीसीपी ओमवीर सिंह के मुताबिक, मूल रूप से यूपी के रामपुर का रहने वाला आरोपी अभी रुद्रपुर में रह रहा था। रस्तोगी 1990 में अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गया था। उसने न्यू अशोक नगर इलाके में 2004 तक टेलर का काम किया। 2004 में ही दिल्ली के मयूर विहार में रहने का दौरान उसे और उसके परिवार को मकान मालिक ने घर से निकाल दिया गया था, जब उसने पड़ोसी की बेटी के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। इसके बाद वह रुद्रपुर चला गया। उसकी शादी हो चुकी है। उसके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी 15 साल की है।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई थी आरोपी की पहचान

13 दिसंबर को न्यू अशोक नगर में सात साल की बच्ची को अगवा कर एक खाली मकान की सीढ़ियों पर रेप किया गया। बाद में जान से मारने की धमकी देकर आरोपी ने उसे छोड़ दिया। पुलिस ने केस दर्ज किया। डीसीपी ने कहा 10 जनवरी को ठीक इसी तरह 10 और 9 साल की दो बच्चियों के साथ भी रेप की कोशिश की गई। जांच में पता चला कि सभी मामलों में एक ही ट्रेंड है। आरोपी कहता कि माता-पिता ने उनके लिए कपड़े और अन्य सामान भेजा है। पुलिस को यह कन्फर्म हो चुका था कि सभी घटनाओं में आरोपी एक ही है। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज बरामद हुई। बच्ची ने फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की।

आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम रुद्रपुर पहुंची, मगर रस्तोगी वहां से फरार हो गया। शनिवार को सूचना के बाद आरोपी को दिल्ली से पकड़ लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने खुलासा किया कि वह 2500 से ज्यादा बच्चों के साथ यौन शोषण की कोशिश कर चुका है और उसने 500 से ज्यादा बच्चियों के अपना शिकार बनाया है। उसके खिलाफ दिल्ली, रुद्रपुर और गाजियाबाद में छेड़छाड़, चोरी और कई तरह के मुकदमे दर्ज हैं।

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