श्राइन बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के स्वर हुए तेज, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का फूंका गया पुतला

रिपोर्ट: कुलदीप राणा आजाद

चारधाम श्राइन बोर्ड को लेकर विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज और केदारघाटी के स्थानीय व्यापारियों ने सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है और कहा कि यदि इस श्राइन बोर्ड को केदारनाथ धाम में लागू किया गया तो क्षेत्रीय जनता आंदोलन को मजबूर हो जायेगी।

श्राइन बोर्ड

जिसका नुकसान सरकार को भुगतना पड़ेगा। तीर्थ पुरोहित समाज एवं व्यापारियों ने गुप्तकाशी में आज प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला दहन किया। साथ ही मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की।

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प्रदेश में चार पवित्र धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत अन्य प्रसिद्ध मंदिरों का कायाकल्प, प्रबंधन और यात्रा संचालन वैष्णों देवी माता मंदिर, सांई बाबा, जगन्नाथ और सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर करने की तैयारी चल रही है, जिसको लेकर सरकार ने उत्तराखण्ड चारधाम श्राइन प्रबंधन बोर्ड विधयेक को मंजूरी दी है। श्राइन बोर्ड को मंजूरी दिये जाने से चारधामों में विरोध के स्वर उठने लगे हैं।

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