रेप पीडि़ता ने खून से लिखकर सीएम अखिलेश को बताया अपना दर्द

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश सरकार क्राइम कंट्रोल करने के लाख दावे तो करती है खासतौर पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और रेप जैसी घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई करने का दम तो भरती है। लेकिन इन सभी दावों की पोल जब खुल जाती जब एक मामला यूपी के शाहजहांपुर से सामने आता है।

यहां एक रेप पीड़ित महिला दो साल से न्याय की गुहार लगा रही है। लेकिन अभी तक उसकी सुनवाई थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक से लेकर डीआईजी और राष्ट्रीय महिला आयोग तक न्याय की गुहार लगा चुकी है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नही है। महिला को अब न्याय की उम्मीद टूट चुकी है तो उसने एक अलग अंदाज में न्याय पाने का तरीका चुना है।

रेप

पीड़िता की मानें तो महिला ने अपना हाथ काटकर निकले खून से एक पत्र लिखकर डीएम के सामने पेश होना चाहा लेकिन डीएम साहब मीटिंग में होने के कारण वह नही मिल सकती। हालांकि कुछ देर के लिए डीएम अपने आफिस में आए जरूर थे लेकिन उनकी सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियो ने उसे मिलने नही दिया। फिलहाल ये उम्मीद भी महिला की टूट गई।

वही महिला ने खून से लिखे पत्र में लिखा है कि अब से वह सिर्फ अपने खून से ही पत्र लिखकर न्याय पाएगी। घटना अल्लागंज थाना क्षेत्र की है यहां की रहने वाली इस महिला के साथ करीब दो साल पहले इसके पति के फूफा ने बलात्कार किया था।

पीड़िता का पति शराब का आदी हैं शराब पीने के बाद रात में पहुचकर पत्नी को मारता पीटता था। पीङिता की माने तो घटना 2014 अक्टूबर माह की है उस रात पीङिता घर में अकेली थी।

उसी रात में उसका पति शराब पीकर घर में आया और साथ में उसका फूफा भी था जो इस वक्त प्रधान है। पति ने कुछ ज़्यादा ही शराब पी रखी थी जिसकी वजह से उसे बिल्कुल होश नहीं था। उसको मारने पीटने के बाद उसका शराबी पति अपने कमरे में चला गया। साथ में आए फूफा भी उसके पति के साथ कमरे में चले गए वह बाहर ही लेट गई।

तभी कुछ देर बाद फूफा बाहर आए और उसको खींचकर दूसरे कमरे में ले गए। और उसके बाद उसे साथ बलात्कार किया। पीङिता ने काफी विरोध किया लेकिन उसके फूफा नहीं नही सुनी और विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की।

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फूफा वहां से फरार हो गए। पूरी रात पति को होश नही आया। पीड़िता की माने तो उसके साथ बलात्कार हो जाने के बाद उसने पति को बहुत उठाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठे।

पीङिता की माने तो सुबह जब उसके पति को होश आया और कमरे से बाहर आया तो उसने पति को पूरी घटना बताई और पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की बात कही तो उसके पति ने उल्टा उसकी ही पिटाई कर दी और कहा की रात में उसके फूफा ने उसके साथ जो किया उसके बारे में उसे जानकारी है और अगर आगे से उसके फूफा दोबारा से ऐसा कुछ करें तो करने देना। पुलिस मे अगर शिकायत करने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा।

पीङिता ने बताया कि अगले दिन उसका पति बाहर गया जो पूरा दिन घर नही आया रात में वह अपने बच्चो के साथ सो रही थी तभी दोबारा से शराब के नशे में उसका पति अपने फूफा को साथ लेकर घर आ गया और जबरन उसको दूसरे कमरे में उठा ले गए।

हद तो तब हो गई जब उसके पति के सामने उसका फूफा मेरे साथ जबरदस्ती कर रहा था और उसका पति देख रहा था। अगले दिन जब महिला रिपोर्ट लिखाने थाने पहुची तो।

वहाँ मौजूद पुलिस कर्मियो ने उसकी एक न सुनी पीङिता का कहना है कि उसके और फूफा को शक हो गया था कि वह पुलिस मे शिकायत जरूर करेगी। इसी के चलते दोनो ने पुलिस को पैसा देकर साठ गाठ कर ली।

पीङिता को भय सताने लगा की पुलिस शिकायत करने के बदले उसे जान से मारने की धमकी उसका पति दे चुका है। इसी डर की वजह से वह अपनी सहेली जहां वह सिलाई भी सिखाती थी वहाँ चली गई।

पीङिता की माने तो उसने अपनी सहेली को पूरी घटना बताई जो उसपर बीत चुकी थी। जब सहेली के भाई को पता चला तो सहेली के भाईयों ने उसकी मदद की और उसको लेकर शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक से मिलवाया

इधर एसपी से मिलने के बाद शाम मे वह अपने घर पहुची तो अल्लाहगंज थाने में उसकी सहेली के भाईयों के खिलाफ उसको भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज हो चुका था।घर पहुचते ही उन तीनो को पुलिस ने गिरफ्तार कर अगले दिन ही न्यायलय के सामने पेश कर सहेली के भाईयो को जेल भेज दिया था।

लेकिन उसके बयानों के आधार पर न्यायालय ने उसकी मदद करने वाले सहेली के भाईयों को बरी कर दिया था। फिलहाल अब देखना है है यूपी पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार कब तक आरोपियों पर कार्रवाई कर जेल भेजती है।

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