इस संकट की घड़ी से निकलने के लिए योगी आदित्यनाथ ने किया यह ऐलान

लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते आज देश में लॉकडाउन का तीसरा दिन है। परेशानी की इस घड़ी में योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों और कम वेतन वालों के लिए खाने का इंतजाम किया है। योगी ने संवेदनशीलता दिखाई है।

योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार कोरोना का संकट शुरू होने के साथ ही लगातार ऐसे कदम उठा रही है. एक तरीके से उसने अपने सारे संसाधन और तंत्र को जरूरतमंदों की मदद के लिए लगा दिया है. मसलन पंजीकृत लाखों दिहाड़ी मजदूरों के खाते में 1000 रुपये भेजे जा चुके हैं. जो पंजीकृत नहीं हैं, उनको भी यह रकम पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है.  हर पात्र पेंशनर को इस माह के साथ दो माह की एडवांस पेंशन भी दी जा रही है. आम लोग रोजमर्रा की जरूरत की चीजों के लिए परेशान न हों और इसके लिए एक जगह पर भीड़ एकत्र न हो इसके लिए घर-घर सामान के आपूर्ति की भी व्यवस्था की गयी है.

श्रम विभाग

मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर श्रम विभाग दिहाड़ी मजदूरों को भरण-भोषण का भत्ता दे रही है. देश में उत्तर प्रदेश के इस पहल को सभी सरकारों ने सराहा, अब अन्य राज्य सरकारें भी इसी अपने यहां लागू कर रही हैं. प्रदेश के अंदर श्रम विभाग में 20,37,000 लाख पंजीकृत श्रमिकों को भरण पोषण के रूप में एक हजार रुपए डीबीटी के माध्यम से उनके अकाउंट में भेजा जा चुका है. इस पर सरकार करीब 203 करोड़ रुपए का व्यय वहन कर रही है.

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अंत्योदय योजना और दिहाड़ी मजदूर

इसके साथ ही अंत्योदय योजना में ग्रामीण क्षेत्र के 37,51,000 लाभार्थी, अंत्योदय योजना में शहरी क्षेत्र के 3,43,000 लाभार्थी और असंगठित मजदूर (दिहाड़ी मजदूर) 15,60,000 लाभार्थी शामिल हैं. इन्हें भरण पोषण के रूप में एक हजार रुपए डीबीटी के माध्यम से इनके अकाउंट में भेजा जा रहा है.

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