मिड-डे मील को लेकर छात्रों के साथ भेदभाव, कुछ को बर्तन में तो कुछ को पत्तों में दिया जा रहा खाना !

रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी

बलिया : यूपी के बलिया में प्राथमिक विद्यालयों के मिड डे मिल के खाने में बच्चों में खाना खाने के बर्तन को लेकर स्कूल प्रशासन द्वारा भेदभाव का वायरल वीडियो सामने आया है | शिक्षा क्षेत्र सियर के प्राथमिक विद्यालय चौकिया का इस वायरल वीडियो में बच्चे मिड डे मील का खाना स्कूल में स्टील की थाली में खा रहे हैं तो वहीं कुछ बच्चे पेड़ के पत्ते में मिड डे मील का खाना खाते नजर आ रहे हैं |

वायरल वीडियो में जब एक व्यक्ति पूछ रहा है कि बच्चे पत्ते पर क्यो खाना खा रहे हैं तो प्रिंसिपल ने सवाल करने वाले का जवाब दिया कि तीन बच्चे पत्ते पर खाना खा रहे है क्योंकि ये तीनों बच्चे मुसलमान हैं | जब इस वायरल वीडियो के बारे में डीएम से सवाल किया गया तो डीएम ने कहा कि इस तरह का भेदभाव गंभीर प्रकरण है |

ऐसे शिक्षक के विरुद्ध कार्यवाई होनी चाहिए | मैंने खंड शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दे दिए हैं | यदि किसी भेदभाव के तहत ये हो रहा है तो यह गलत है निश्चित रूप से बहुत निंदनीय और दंडनीय है |

ये वायरल वीडियो बलिया जनपद के शिक्षा क्षेत्र सीयर के प्राथमिक विद्यालय, चौकिया का है | वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि विद्यालय में बच्चे स्टील की थाली में मिड डे मील का खाना बैठ कर खा रहे हैं और एक महिला खाना परोसने का काम करती दिखाई दे रही है|

वीडियो में यह भी दिखाई दे रहा है कि 3 बच्चे पेड़ के किसी पत्ते पर खाना खाते नजर आ रहे हैं | वीडियो में आगे दिखाई दे रहा है कि प्रधानाध्यापक (विजयशंकर गुप्ता) से एक व्यक्ति पूछ रहा है कि इन दो-तीन बच्चों को पत्ते पर क्यों खाना दिया गया है तो प्रिंसिपल कैमरे से भागते हुए जवाब देते है कि वो बच्चे मुसलमान हैं |

 

रैली और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों ने किया जनता को जागरूक !

 

जबकि वीडियो में बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा है कि एक टब में कुछ पेड़ के पत्ते दिखाई दे रहा है और वहीं पर स्टील की खाली थालिया भी रखी हुई हैं | जब इस वायरल वीडियो को डीएम बलिया को दिखाया गया तो उन्होंने कहा- ‘बिल्कुल अभी आपके द्वारा मुझे सूचना दी गई है |

निश्चित रूप से अगर इस तरह का कुछ भेदभाव की बात है तो निश्चित रूप से गंभीर प्रकरण है और ऐसे शिक्षक के विरूद्ध कार्यवाही होनी चाहिए | परंतु उससे पहले किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पर मेरा आप लोगों से अनुरोध है कि एक बर जांच हो जाए निष्पक्ष और मैं अभी खंड शिक्षा अधिकारी को कहता हूं कि वह स्वयं जाकर जांच करेंगे |’

और एक वीडियो भी दिखाया गया है इसमें बच्चों की संख्या अच्छी है भोजन वे लोग कर रहे हैं मिड डे मील के अंतर्गत पर दो-तीन बच्चे पत्ते पर भोजन कर रहे हैं | यदि यह किसी भेदभाव के अंदर किया जा रहा है तो निश्चित रूप से बहुत निंदनीय है बहुत दंडनीय है |

भारत के संविधान में बराबर का दर्जा सबको दिया गया है | धर्म जाति किसी आधार पर कोई भेदभाव नहीं हो सकता स्कूल में तो बिल्कुल ही नहीं हो सकता क्योंकि वहां तो चरित्र की नींव एक तरह से रखी जा रही है |

अगर इस तरह का कृत्य स्कूलों में मान्य किया जाएगा तो बच्चों के सोच पर गलत असर पड़ेगा | जो कि बेहद गलत है | पहले तो इस तरह का काम होना नहीं चाहिए भेदभाव की तरह अगर किया गया है तो फिर उसको छुपाने की जगह उसको दंडित करना चाहिए |

 

 

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