भीम आर्मी प्रमुख पहुंचे उत्तराखंड बॉर्डर

हरिद्वार. पिछले महीने हरिद्वार में हर की पोड़ी पर रखी सन्त रविदास की मूर्ति को किसी असामाजिक तत्व द्वारा खंडित कर गंगा में फेकने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हरिद्वार के तीन विधायकों के बाद अब भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ रावण ने मांग उठाई है कि जल्द से जल्द शासन प्रशासन खंडित मूर्ति को वहां से हटाकर दूसरी मूर्ति स्थापित करे नहीं तो भीम आर्मी बड़ा आंदोलन करने पर बाध्य होगी। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ रावण ने बताया कि पिछले पांच दिनों से वो हरिद्वार के अधिकारियों से बात कर रहे है और उनसे आग्रह कर रहे है कि खंडित मूर्ति को वहां से हटाकर दूसरी मूर्ति को स्थापित करें।

लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिसको लेकर आज हरिद्वार एसएसपी से बात की गई उन्होंने कहा कि आप यहां आकर बात करें , तो वो उनसे बात करने के लिए ही हरिद्वार जा रहे थे लेकिन बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया । उन्होंने बताया कि अधिकारियों से बात की जा रही है तथा लोकडाउन का पालन किया जा रहा है। यदि प्रशासन ने जल्द इसकी सुध नहीं ली तो अंजाम ठीक नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन नहीं जागा तो कुछ ही दिनों में बड़ा आंदोलन भीम आर्मी द्वारा किया जाएगा और पूरे जिले में व्यवस्था को संभालना भारी हो जाएगा। काफी गर्मी के बाद रावण तो बॉर्डर से ही वापस हो गए लेकिन एक प्रतिनिधि मंडल एस पी देहात तथा एसडीएम भगवानपुर से मिलकर इस संबंध में बात करेंगे इसके बाद यदि मूर्ति को स्थापित नहीं किया जाता है तो भीम आर्मी बड़ा आंदोलन करेगी । इस मौके पर एस पी देहात रुड़की स्वपन किशोर सिंह ने बताया कि हरिद्वार में खंडित मूर्ति को लेकर ज्ञापन दिया गया था उस संबंध में हुई कार्यवाही की जानकारी लेने भीम आर्मी प्रमुख आए थे। इस बाबत एसडीएम भगवानपुर को मौके पर बुलाया गया और दोनों पक्षों के बीच विचारों का आदान-प्रदान हुआ और दोनों पक्षों में सहमति बनी है।

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