हौसले से हुनर पैदा कर रहा हाईस्कूल फेल वैज्ञानिक, दुनिया कहती है बीजों का जादूगर

बीजों का जादूगरनई दिल्लीकिसी ने खूब कहा है कि ‘पंखो से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है’ इस बात को बनारस के एक किसान ने साबित करके दिखाया है। इस किसान का नाम जयप्रकाश सिंह है। जेपी हाई स्कूल फेल है फिर भी अपनी काबिलयत के दम पर यूपी के बीज प्रमाणीकरण बोर्ड में शोध सलाहकार के पद पर कार्यरत है। साथ ही उन्हें उल्‍लेखनीय सेवाओं के लिए दो बार राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।

जेपी सिंह बनारस-इलाहाबाद मार्ग पर स्थित राजातालाब के पास मौजूद गांव टंडिया के निवासी हैं। जेपी को प्रदेश में ही नहीं देश में भी ‘बीजों के जादूगर’ के नाम से जाना-जाता है।

जेपी बताते हैं कि हाई स्कूल फेल होने के बाद उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें? क्योंकि वो एक खेतीबारी वाले परिवार से थे तो उन्हें ख्याल आया क्यों ना खेती में कोई करिश्मा करके दिखाया जाए। लेकिन बिना बीजों के खेत में अनाज नहीं पैदा किया जा सकता। इसलिए उन्होंने बीजों के बारे में जानकारी लेना शुरू किया।

उन्होंने अपने गांव के बुजुर्गों से पूछा कि जब यूनिवर्सिटी नहीं होती थी तो खेती-किसानी के लिए अच्छे बीजों को कैसे चुना जाता था? बुजुर्गों ने उन्हें पारंपरिक तरीकों की जानकारियां दी जिसके बाद वो सालों तक इसी काम में जुट रहे।

फलस्वरूप उनके हाथों से आजतक गेंहू के बीजों की करीब 120 वैरायटी, अरहर की 50 वैरायटी और धान की 480 वैरायटीयां निकल चुकी हैं।

जेपी ने दावा भी किया कि, मेरे गेहूं, धान और अरहर के बीज को लैब में टेस्ट करिए फिर खेत में लगाइए परिणाम देख दिल खुश हो जाएगा। हाल ही में मेरे गेहूं के बीजों में सामान्य गेहूं से 12 फीसदी अधिक आयरन पाया गया है।

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