फसलों की रखवाली के लिए चौकीदार बने किसान, आवारा गौवंश के आतंक से हैं परेशान

REPORT:- NAGENDRA TYAGI/AGRA

लोकसभा चुनाव से पहले ‘चौकीदार’ को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है, लेकिन चौकीदार बने किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। आगरा जिले में आवारा पशुओं से फसल बचाने के लिए किसान चौकीदार बन गए हैं। अभी तक किसान खेतों से चिड़ियां ही उड़ाते थे, बीते कुछ सालों से आवारा पशु मुसीबत बन गए हैं। किसान फसल बचाने के लिए दिन-रात आवारा पशु हांकने में लगे रहते हैं।

चौकीदार बने किसान

जिले में गेहूं, सरसों, आलू, बाजरा प्रमुख फसल हैं।  इनमें से कई फसलों को पक्षी बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे बचाने को खेतों में बुत और मचान लगाकर किसान पक्षी उड़ाते हैं। अब आवारा पशु फसलों के दुश्मन बन गए हैं।

खेतों में पशुओं के झुंड घुसकर फसल को नष्ट कर देते हैं। इनसे फसल बचाने के लिए किसानों को दिन-रात खेतों की पहरेदारी करनी पड़ रही है। सैकड़ों की संख्या होने के कारण खेतों की बाड़बंदी भी काम नहीं आ रही। किसान चाहते हैं कि सरकार ब्लाक स्तर पर बड़ी-बड़ी गोशाला बनाकर आवारा पशुओं से छुटकारा दिलाए।

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पूर्व में फसलों को बरबाद होते देख किसानों में आक्रोश फैल गया। गांव-गांव में किसानों ने आवारा पशुओं को सरकारी स्कूलों में बंद कर इस समस्या के निदान के लिए शासन-प्रशासन का ध्यान खींचा। पूरे जिले में ऐसा आंदोलन होने पर शासन गोशालाएं जरूर बनवा रहा है, लेकिन वो भी कम हैं।

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