मजदूरों ने धमके भरे लहजे में जताया प्रशासन के प्रति जताया रोष, ये हैं मांगें

जम्मू। देश विदेश से तीर्थ स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को जम्मू कश्मीर के लोग अतिथि भाव के रूप में पूजते हैं इसी के चलते श्री शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड के अंतर्गत आते घोड़ा चालक जोकि रनसू बाजार से शिव भोले के दरबार तक घोड़ों पर श्रद्धालुओं को बिठाकर ले जाते हैं ।

प्रशासन

समय पर श्राइन बोर्ड को ट्रक पर चलने का टैक्स भी अदा करते हैं लेकिन मौजूदा समय में घोड़ों खड़े करने के लिए शढ तक नहीं बनाया गया है। जिससे घोड़े गरम सर्द हो जाते हैं और बीमार होकर मौत का शिकार भी हो जाते हैं बताते चलें कि मजदूरों ने साफ तौर पर बताया कि 100000 से डेढ़ लाख तक बूढ़े की कीमत है लेकिन गंभीर बीमारियों के चलते घोड़ा बच नहीं पाता जिसमें मुख्य कारण घोड़ों के खड़े होने के लिए शढ ना होना है।

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घोड़ा चालक मजदूरों ने कहा कि हमने कई बार इस मामले को लेकर प्रशासन को अवगत करवाया है और बोर्ड को भी लेकिन आज तक हमारी समस्या का कोई भी समाधान नहीं हो पाया है उन्होंने यह तक भी कहा कि  हमें 2003 में रेट यीशु हुए थे ₹345 लेकिन आज 2019 चल रहा है।

लेकिन हमारे रेटों में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है जिससे हमारा चल पाना काफी मुश्किल हो चुका है और हम भूखे मरने की कगार पर आ चुके हैं इसके अलावा उन्होंने एक और चेतावनी देते हुए प्रशासन को मीडिया के माध्यम से अवगत करवाया है कि अगर हमारी समस्याओं का हल नहीं किया गया तो हम मजबूरी में नशे का कारोबार करना शुरू कर देंगे।

 

 

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