प्यार ने सिखाई नई भाषा, पहली नज़र में हुआ प्यार और फिर उसी की राष्ट्रभाषा में किया इजहार
बर्लिन। प्यार में नई भाषा सीखना, यह बात सुनने में थोड़ी अटपटी जरूर लगती है लेकिन यह सच है। एक दिलचस्प शख़्सियत हैं जर्मनी की निवासी कैरोल जिन्हें ट्यूनीशिया के नागरिक चेडली से पहली नज़र में ही प्यार हो गया। मोहब्बत वो जज़्बा है जो इंसान से कुछ भी करा सकता है। उसे किसी भी हद तक ले जा सकता है। जो काम ज़िंदगी में नहीं किया होता वो किसी के इश्क़ में पड़ कर किया जा सकता है।
लेकिन आड़े आ रही भाषा, क्योंकी दोनों की बोली अलग-अलग थी। दोनों ही एक दूसरे की भाषा नहीं जानते थे। दोनों ने अपने इश्क़ की शुरूआत की एक नई भाषा सीखने के साथ। आज 46 साल हो गए हैं दोनों एक दूसरे के साथ हैं।
चेडली और कैरोल जैसी ही ना जाने कितनी और कहानियां हैं, जहां लोग एक दूसरे से मिलते हैं, उनकी संस्कृति, भाषा, रहन सहन बिल्कुल एक दूसरे से अलग होता है लेकिन वो सारी बंदिशों को तोड़ कर एक दूसरे के क़रीब आते हैं।
लेखिका लॉरेन कॉलिन्स का कहना है वो ख़ुद अमरीका में पली बढ़ी हैं। लेकिन उन्होंने शादी की है एक फ़्रेंच नागरिक से। ये दोनों ही एक दूसरे की ज़बान नहीं जानते थे। लिहाज़ा अंग्रेज़ी में ही बात करते थे।
हालांकि वो दोनों ही एक दूसरे के जज़्बात को समझ लेते थे, क्योंकि दोनों को एक दूसरे के दिल से मोहब्बत थी। लेकिन फिर भी कॉलिन्स को इस रिश्ते में एक रूकावट नज़र आती थी। उन्हें लगता था जैसे वो अपने पति को दस्ताने पहन कर छू रही हैं।
कॉलिन्स कहती हैं उन्होंने अपने पति के लिए फ़्रेंच ज़बान सीखी। उनके लिए ये तजुर्बा एक नई दुनिया में दाख़िल होने जैसे था। वो कहती हैं कि एक नई भाषा सीखने की ललक बहुत से लोगों में हो सकती है। लेकिन ये आसान काम नहीं है। जब तक आप के अंदर कोई ऐसा जज़्बा ना आए जो नई भाषा सीखने का मक़सद आप में जगा दे। तब तक ये काम आसान नहीं हैं।
लेकिन किसी की खुशी के लिए कोई काम करते हैं तो उसे करने में ज़्यादा लुत्फ़ आता है। जैसे किसी के प्यार में कोई नई ज़बान सीखना। इससे ना सिर्फ़ एक दूसरे के लिए मोहब्बत की इंतहा का अंदाज़ा होता है, बल्कि आप को भी बहुत सी नई चीज़ें पता चलती हैं। आपके सामने भी एक नई दुनिया के दरवाज़े खुलते हैं।