पीएफआई पर कार्यवाही व बैन को लेकर AMU छात्रों ने जताया विरोध

REPORT:-ARJUN/ALIGARH

एक ओर जहां सीएए व एनआरसी को लेकर प्रदेश भर में हुए आंदोलन व हिंसक झड़पों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) नामक संगठन का नाम सामने आया है। अब इस संगठन पर सरकार प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। इसी बीच पिछले महीने से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चलाए जा रहे सीएए व एनआरसी के विरोध में आंदोलन के बीच छात्रों ने पीएफआई संगठन के पक्ष में बोलना शुरू कर दिया है।

एक ओर सरकार इस प्रतिबंध लगाने के लिए गृहमंत्रालय को भेज चुकी है। वहीं दूसरी ओर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स अब इसके समर्थन में आ गए हैं। उनका कहना है कि जो भी सरकार के ख़िलाफ़ बात करेगा उसे या तो जेल में डाल दिया जाएगा या इस प्रकार से बदनाम किया जाएगा।

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यूनिवर्सिटी के बाबे सय्यद गेट पर चल रहे सीएए व एनआरसी को लेकर अभी तक केंद्र सरकार को कोसने वाले छात्र अब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नामक संगठन के भी पक्ष में आ गए हैं। यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि अभी यूनिवर्सिटी में छुट्टियां चल रही हैं। अज़ीज़ ही स्टूडेंट्स आ जाएंगे उसी दिन से हम लोग इस धरने को 24 घण्टे के लिए शुरू कर देंगे।

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पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को एक प्रकार से बदनाम किया जा रहा है। टारगेट किया जा रहा है। इनको बताना चाहिए कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का कौन सा शख़्स आतंकवादी है। इनको वो हर आवाज़ बुरी लग रही है जो इस सरकार के ख़िलाफ़ में है।

इस सरकार को उर्दू नाम व उर्दू वाला बुरा लग रहा है। सरकार को चाहिए कि वह नफ़रत को ख़त्म करने का काम करे। पीएफआई को लेकर हमने जो देखा वो सिर्फ़ पोस्टर व पैम्फलेट मिलने की बात कह रहे हैं। न तो कोई हथियार वहां से मिला न ही कोई आपत्तिजनक चीज़ वहां से मिली है। सरकार की कुछ एजेंसियां हैं जो सिर्फ सरकार के लिए कार्य कर रही है।

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