नई दिल्ली। टाटा मोटर्स में घरेलू ऑटो उद्योग में भारी मंदी छाई हुई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 3,679.66 करोड़ रुपये का घाटा हुआ जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले दोगुना है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 1,902.37 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बता दें कि वैश्विक स्तर पर भी ऑटो उद्योग में सुस्ती लग रही है। टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी और ब्रिटेन की सबसे बड़ी ऑटो मैन्युफैक्चरिंग कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने बताया कि ज्यादातर क्षेत्रों में उद्योग की बिक्री में कमी आई है। जगुआर लैंड रोवर के वैश्विक खुदरा बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 11.6 फीसदी की गिरावट आई है।
टाटा मोटर्स के शेयर का भाव गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर पिछले सत्र के मुकाबले 4.56 फीसदी की गिरावट के साथ 144.35 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
जेएलआर के लिए सबसे बड़ा बाजार चीन है, लेकिन वहां भी मांग में नरमी है जिसकी वजह से कंपनी की वित्त वर्ष 2018-19 की गिरावट में 34 फीसदी की गिरावट आई थी।
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जेएलआर ने इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल 1,28,615 गाड़ियां बेचीं जो कि पिछले साल के मुकाबले 11.6 फीसदी कम है। जून तिमाही में टाटा मोटर्स की कुल यात्री वाहन बिक्री में 15 फीसदी की गिरावट आई है। इसी तरह कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट आई है।