दुनिया के इतिहास में सिर्फ इस देश ने किया है आतंक का सफाया

‘ऑपरेशन बेयॉनेट’ या ‘ऑपरेशन व्रेथ ऑफ गॉड’! यह वह खुफिया ऑपरेशन है, जिसे आज तक दुनिया में चलाया गया सबसे गोपनीय, सबसे खतरनाक और सबसे निर्णायक ऑपरेशन माना जाता है। इसे दुनिया के एकमात्र यहूदी देश इजराइल ने उन आतंकवादियों के खिलाफ चलाया था, जिन्होंने फुटबॉल विश्व कप में शामिल होने गई इजराइल की टीम के 11 खिलाड़ियों को एक कायराना हमले में मार डाला था।

बाद में इजराइल की खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ ने जो ऑपरेशन चलाया, उसने इस हमले से जुड़े एक-एक आतंकी को पूरी दुनिया में ढूंढ-ढूंढकर खत्म किया।

किस्सा सन्‌ 1972 का है। उस साल जर्मनी के शहर म्यूनिख में फुटबॉल का विश्वकप था और पूरी दुनिया की नजरें वहां टिकी थीं। इजराइल की टीम भी पहुंची और सबकुछ सहज चल रहा था। किंतु आतंकी संगठन फलस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के आतंकी समूह ‘ब्लैक सेप्टेंबर’ के आतंकियों ने इजराइल की पूरी टीम को धोखे से मार डाला। तब इजराइल ने बहुत कम शब्दों में और सधी हुई प्रतिक्रिया दी और ‘मोसाद’ ने एक खुफिया ऑपरेशन लॉंच किया।

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यह ऑपरेशन 20 वर्ष तक चला और इसमें टीम पर हमला करने वाले, उन्हें धन मुहैया कराने वाले, हमले का षड्‌यंत्र रचने वाले सहित हर उस शख्स को उसके घर, होटल या दुनिया में जहां भी वह छुपा हुआ था, वहां घुसकर मार डाला गया, जो इस हमले से जरा-सा भी जुड़ा हुआ था। बाद में इस पर फिल्म भी बनी, जिसे पूरी दुनिया में सराहा गया।

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