ढ़ांचा विध्वंस की बरसी को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कसी कमर

रिपोर्ट- महेंद्र त्रिपाठी

अयोध्या- अयोध्या में ढांचा ध्वंस की बरसी को शांतिपूर्वक सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला पुलिस और प्रशासन हर तरह की कवायद में जुटा हुआ है। रणनीति के तहत प्रशासन ने ढांचा ध्वंस की बरसी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों से जुड़े लोगों से संवाद कायम कर कार्यक्रमों के आयोजन को स्थगित करा लिया है। तमाम संगठनों के पदाधिकारियों तथा चर्चित चेहरों की निगरानी के लिए पुलिस पिकेट लगाई गई है।

बरसी को संपन्न कराने के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन को सक्रिय किया गया है। कल से ही शहर से गांव तक शुरू कराई गई रूट मार्च और पैदल गश्त योजना लगातार चालू है। बरसी के दिन विभिन्न मस्जिदों में काले झंडे लगाकर योमें गम दिवस का आयोजन किया जाता है।आज ही जुमे की नमाज होने के चलते जिला प्रशासन की ओर से मिश्रित आबादी के संवेदनशील इलाकों तथा मस्जिदों के आसपास चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। आला अधिकारी भ्रमणशील रहकर हालात पर निगाह बनाए हुए हैं और सुरक्षा व्यवस्था का लगातार जायजा ले रहे हैं।

बरसी के मद्देनजर सक्रिय की गई सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों से अधिकारी पल पल की खबर ले रहे हैं। जिले की सीमा से लेकर राम नगरी अयोध्या तक सुरक्षा घेरा कसा हुआ है और बैरियरों पर सघन जांच और तलाशी का अभियान चल रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर अत्यधिक संवेदनशील मानी जाने वाली रेड जोन एरिया को लगभग आइसोलेट किया गया है तो इससे सटे यलो जोन एरिया की ओर जाने वाले लोगों की सघन जांच और तलाशी कराई जा रही है।

प्रशासन की ओर से चिन्हित स्थलों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल तो किया ही जा रहा है साथ ही जिला पुलिस की ओर से रूफ़ टॉप ड्यूटी लगाई गई है।उधर दूसरी तरफ कड़ी चौकसी और सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुड़वा शहरों से लेकर देहात तक आम जनजीवन सामान्य है। स्कूल,कॉलेज और बाजार खुले हुए हैं। सड़कों पर वाहनों का आवागमन जारी है। जिले में कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय समाचार की कोई खबर नहीं है। जिला अधिकारी अनुज कुमार झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी का कहना है कि भारी तादाद में सुरक्षा बल के साथ अधिकारियों की तैनाती की गई है। विभिन्न दश्तों को मोबाइल किया गया है जो घूम घूम कर हालात की निगरानी कर रहे हैं।

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आने जाने वालों की सघन जांच और तलाशी कराई जा रही है तथा पहचान पत्र देखने के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। पुलिस प्रशासन को समाज के सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है और कहीं से किसी अप्रिय वारदात की खबर नहीं है। सभी से सहयोग की अपील की गई है और किसी प्रकार की संदिग्ध हरकत तथा असामाजिक तत्व की सूचना तत्काल पुलिस प्रशासन को देने का अनुरोध किया गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से असामाजिक तत्व कोई अवांछनीय हरकत न करने पर इसके लिए सोशल मीडिया सेल लगातार निगरानी में जुटा है।

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