डेंगू का प्रकोप , पंतजलि ने किया डेंगू की औषधि बनाने का दावा…

Reporter – संजय पुण्डीर

स्थान –  हरिद्वार

उत्तर भारत मे डेंगू लोगो पर कहर बनकर टूट रहा है डेंगू से बचाव और प्रभावी इलाज के लिए योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने डेंगू की औषधि बनाने का दावा किया है.

 

 

बतादें की डेंगुनील वटी नाम की इस आयुर्वेदिक दवा को पतंजलि के रिसर्च केंद्र में गहन रिसर्च और परीक्षण के बाद आज लांच किया गया पतंजलि आयुर्वेद के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने तुलसी,गिलोय,पपीते के पत्ते और एलोवेरा सहित कुछ अन्य तत्वों से तैयार डेंगुनील वटी को डेंगू के इलाज के लिए सबसे अधिक प्रभावी बताया है.

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वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू के इलाज के लिए पेरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी इसको लेकर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पेरासिटामोल सिर्फ बुखार के काम आती है इस दवाई से डेंगू का इलाज नहीं हो सकता हैं.

देखा जाये तो डेंगू की वजह से लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है डेंगू से प्रदेश में कई मौतें भी हो चुकी है मगर सरकार डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने में नाकाम साबित हो रही है अब पतंजलि योगपीठ द्वारा डेंगू के इलाज के लिए औषधि बनाई है और पतंजलि द्वारा बताया गया है कि यह औषधि डेंगू के लिए रामबाण साबित होगी पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि जब से डेंगू वायरस का पता चला है.

तभी से पतंजलि योगपीठ द्वारा औषधि बनाने का कार्य शुरू किया क्योंकि हमें पता है की आयुर्वेद के हिसाब से गिलोय एलोवेरा काफी कारगर है हमारे द्वारा मरीजों को डेंगू से बचाव के लिए उसी वक्त यह औषधि देनी शुरू कर दी गई थी.

दरअसल हमने डेंगू की रोकथाम के लिए अपने सैंटिस की पूरी टीम को लगाया 2 साल की मेहनत के बाद इस औषधि को हमने बनाया है इसमें कोई भी हानिकारक चीज नहीं है इस औषधि में गिलोय एलोवेरा पपीते का पत्ता अनार इन सब को मिलाकर यह औषधि बनाई गई है.

इस औषधि को कोई भी खा सकता है हमारे 1500 चिकित्सालयों में इस औषधि को रखा गया है 10 दिन की औषधि मात्र 35 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है और इतने रुपए में ही आप डेंगू को पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं.

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू से बचने के लिए लोगों को पेरासिटामोल की गोली खाने की बात कही थी इसको लेकर अचार्य बालकृष्ण का कहना है कि एक वैद्य होने के नाते मैं इतना ही कह सकता हूं पेरासिटामोल डेंगू की दवाई नहीं है. वह सिर्फ बुखार उतारने की दवाई है हमारे द्वारा जो औषधि बनाई गई है वह हर स्तर तक काम करेगी अगर प्लेटलेट कम होती है तो थोड़ा आप एलोपैथिक दवाई ले सकते हैं मगर उसके साथ आप इस औषधि को ले गए तो जल्दी रिकवरी होगी.

डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार दावे तो बहुत कर रही है मगर धरातल पर सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और सरकार इसको रोकने में नाकाम साबित हो रही है.

वही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने डेंगू के उपचार के लिए पेरासिटामोल गोली खाने का नुक्सा बता दिया था जबकि पेरासिटामोल की गोली सिर्फ हल्के बुखार में खाई जाती है ना कि डेंगू में अब देखना होगा सरकार लगातार बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप से प्रदेश की जनता को कैसे राहत पहुंचाती है.

 

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