जेल में रहकर 29 कैदियों ने दी 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा , फर्स्ट डिविज़न में हुए पास !

रिपोर्ट – जावेद

गाजियाबाद : डासना जेल की चारदीवारी के बाहर किसी भी कैदी का तब तक निकलना नामुमकिन है जब तक उसकी सजा पूरी ना हो जाए। लेकिन सजा के दौरान भी कुछ ऐसे कैदी हैं जो आने वाली जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

उन्हीं में से 10वीं और 12वीं के कुछ क़ैदी स्टूडेंट्स ने अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए सलाखों के भीतर से ही कड़ी मेहनत की, और उस मुकाम तक पहुंचने का पहला कदम आगे बढ़ा दिया है।

दरअसल, डासना जेल में बंद दसवीं के 11 स्टूडेंट और 12वीं के 18 स्टूडेंट ने यूपी बोर्ड के अंतर्गत एग्जाम दिया था। दसवीं क्लास के 8 स्टूडेंट्स ने फर्स्ट डिवीजन में एग्जाम पास कर लिया जब की 2 स्टूडेंट सेकंड डिवीजन में पास हुए है।

इसके अलावा 12वीं क्लास में 18 स्टूडेंट ने एग्जाम दिया था जिसमें से 15 स्टूडेंट पास हो गए हैं। जेल अधीक्षक दधिराम मौर्य का कहना है कि आगे की पढ़ाई के लिए भी स्टूडेंट्स की मदद की जाएगी।

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जेल में रहकर ही इन स्टूडेंट्स ने पढ़ाई की और 10वीं और 12वीं के एग्जाम भी दिए। जिस में सफलता हासिल की। हालांकि कुछ स्टूडेंट ऐसे भी हैं जो पास नहीं हो पाए। लेकिन उनकी संख्या काफी कम है।

जेल अधीक्षक का कहना है कि ऐसे छात्रों कि मदद करके उन्हें अगले एग्जाम में पास करवाने की कोशिश की जाएगी। जिससे जेल से बाहर जाकर वह अपनी जिंदगी को संवार सके। जेल अधीक्षक का कहना है कि ऐसे छात्रों पर गर्व होता है।

 

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