जानिए क्यों ॐ के बिना हर मंत्र अधूरा और पूजा निष्फल

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इस छोटे-से शब्द में पूरा संसार, पूरा ब्रह्मांड समाया है। इस शब्द में इतनी शक्ति है कि आप सोच भी नहीं सकते हैं। केवल इस एक शब्द के किसी मंत्र के आगे जुड़ जाने से उसका प्रभाव कई गुणा बढ़ जाता है।

जानिए क्यों ॐ के बिना हर मंत्र अधूरा और पूजा निष्फल

ॐ जाप साधना

यह आम अवधारणा है कि हम जब भी किसी मंत्र का जाप करने लगते हैं तो ॐ शब्द को छोड़कर अन्य सभी शब्दों के सही उच्चारण पर ध्यान देते हैं। लेकिन क्या कभी हमने यह सोचा है कि ॐ शब्द का सही उच्चारण क्या है? जिस शब्द के कारण प्रत्येक मंत्र का महत्व बढ़ जाता है क्या हम उसे सही रूप से उच्चारित करते हैं?

जानिए क्यों ॐ के बिना हर मंत्र अधूरा और पूजा निष्फल

मंत्र का सही उच्चारण

शास्त्रों के अनुसार ॐ शब्द का नियमित जाप करते रहने से व्यक्ति ब्रह्मांड की शक्तियों को प्राप्त करता है। इतना ही नहीं, उसके जीवन के सभी दुख, रोग समाप्त हो जाते हैं। वैज्ञानिकों ने भी माना है कि ॐ का जाप करने से मानसिक तनाव में कमी आती है। इसलिए आगे जानिए ॐ का जाप करने के नियम, ताकि आप पा सकें इस शब्द का लाभ…

शांत स्थान

ॐ केवल एक शब्द ना होकर एक ध्वनि का काम करता है। इस शब्द का जाप करते समय जिस ध्वनि का उद्भव होता है उसी के कारण हमें विभिन्न लाभ प्राप्त होते हैं। इसलिए जब भी ॐ का जाप करें तो एक शांत स्थान का चयन ही करें।
कोई ऐसी जगह जहां दूर तक कोई ना हो, खुली हवा आए, शांत वातावरण हो और आप प्रकृति को करीब से महसूस कर सकें। किसी गार्डन, मैदान या खुली छत जैसा स्थान सर्वश्रेष्ठ है ॐ के जाप के लिए।

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समय

शास्त्रों के अनुसार दिन के चौबीस घंटों में से कुछ घंटों का समय ऐसा होता है जब ईश्वरीय शक्ति अपने चरम पर होती है। इस समय में किया गया जप, पाठ, अराधना अधिक फलित होता है। तो सुबह जल्दी और रात सोने से पहले ॐ का जाप करना अधिक फलदायी होगा।

यह एक साधना है

ॐ शब्द को केवल धर्म से ना जोड़कर साधना के रूप में भी जाना जाता है। वैज्ञानिकों ने भी माना है कि ॐ का जाप करना एक प्रकार का ध्यान है जिसकी बदौलत मानसिक शांति मिलती है और व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है। धर्म से दूर इस शब्द का प्रयोग हर कोई कर सकता है।

आवाज

ॐ का उच्चारण करते समय आपकी आवाज कितनी तेज़ और धीमी है, इससे भी लाभ मिलता है। शास्त्रों के अनुसार ॐ शब्द को जितने ऊंचे स्वर में और गहराई से उच्चारित किया जाएगा उतना ही अधिक यह फलित होता है।

आप एक काम कर सकते हैं… जमीन पर आसन बिछाकर पद्मासन में बैठें और आंखें बंद कर लें। जिस जगह पर आप बैठे हों वहां आसपास का कोई शोर गुल नहीं होना चाहिए। अब जितना संभव हो सांस खींचें और फिर पेट से ॐ की आवाज़ को निकालते हुए सांस छोड़ते चले जाएं।

ॐ जाप के लाभ

यकीन मानिए इस प्रक्रिया को यदि आप 2 मिनट भी करेंगे तो आपका माअंसिक तनाव छूमंतर हो जाएगा। शरीर के सभी छोटे-छोटे रोग केवल इस 2 मिनट की प्रक्रिया से ही दूर हो जाएंगें।

 

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