
रिपोर्ट – अमर सदाना छत्तीसगढ़
रायगढ़, छत्तीसगढ़। 254 दिन से चल रहा हड़ताल समाप्त पूर्व मंत्री सत्यानन्द राठिया का रहा सहयोग 117 कर्मचारियों ने की थी अनिश्चित कालीन हड़ताल ।
तमनार ब्लाक के गारे पेलमा 4/7 कोलमांईस जो की 2014 के पुर्व शारडा ईनर्जी लिमिटेड की थी कोल माइंस की नीलामी के पश्चात मोनेट यह माईंस को मिला था जिसमें 117 कर्मचारी कार्यरत थे। मोनेट कंपनी द्वारा ना तो माईंस को चालू की गई और ना ही कर्मचारियों को तनखा दी गई।
जिसको देखते हुए कर्मचारियों ने 20 फरवरी 2019 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए थे और साथ ही कानूनी तरीक़े और भी तरीके से कंपनी के विरुद्ध तनख्वाह को लेकर के लड़ाई लड़ रहे थे सांसद ,पुर्व सांसद ,विधायक, पूर्व विधायक सभी से आस लगाए हुवे थे ।
लेकिन किसी की सहायता काम नहीं आई ।वहीं पुर्व सांसद जब खम्हरिया गांव आये थे तो समस्या की निदान कराने की वजह आंदोलन जारी रखने को कहा था । सभी भी आस आम न आने के बाद कर्मचारियों द्वारा पुर्व मंत्री सत्यानंद राठिया से मिले ।
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जिसके पश्चात सत्यानंद राठिया ने कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी ,एसडीएम व जनप्रतिनिधि के बीच चतुरपक्षीय वार्ता की गई जिसके पश्चात कंपनी प्रबंधन ने 11 महीना के 65 प्रतिशत , 10 महीने के 50 प्रतिशत और 7 महीने के पूरी तनख्वाह कर्मचारियों को हाजरी के अनुसार कर्मचारियों को बिना कार्य किए तनखा देने की फैसला लिया वहीं 27 ,28 नवंबर को कर्मचारियों को तनख्वाह आई ।और वहीँ 30 नवंबर 254 दीन पश्चात कर्मचारियों के द्वारा हडताल को समाप्त की गई ।
वहीं हड़ताल समापन के दौरान पहुंचे सत्यानंद राठिया ने कहा कि यह आप लोगों की सहनशीलता शांति व एकजुटता के कारण सफल हुई है इसके लिए आप सभी धन्यवाद के पात्र हैं ।