
भारत के इसरो की दूसरी उपलब्धि के बाद शायद पाकिस्तान को थोड़ी शर्म आ गई है | वैसे तो पकिस्तान को नहीं आती है लेकिन इस बार लज्जा आ गई है | इसी के चलते पाकिस्तान फिर से चीन को अपना पापा बना कर 2022 में चीन की मदद से अपने पहले व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजेगा |
चौधरी ने कहा- उनके देश के पास खुद की सैटेलाइट लॉन्चिंग नहीं है, इसलिए वह चीन की मदद से अंतरिक्ष का रास्ता तय करेंगे | उन्होंने बताया कि चीन व पाकिस्तान के बीच समझौते के तहत यह प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी |
इस बात की घोषणा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने की | चौधरी ने ट्विटर पर लिखा कि पहले पाकिस्तानी को अंतरिक्ष में भेजने की चयन प्रक्रिया फरवरी 2020 से शुरू होगी
उन्होंने लिखा, “पचास लोगों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर यह सूची 25 पर आ जाएगी इस तरह से चयन करते हुए 2022 में वो अपने पहले व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेज देंगे |” उन्होंने इसे अपने इतिहास की सबसे बड़ी अंतरिक्ष घटना करार दिया |
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अख़बार डॉन के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि वायु सेना चयन प्रक्रिया का संरक्षक होगा और दुनियाभर के पायलटों को इस अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना जाएगा |
मंत्री ने कहा कि शुरू में 50 पायलटों का चयन किया जाएगा, जिसमें से सूची को 25 तक लाया जाएगा | इसके बाद चयनित 10 पायलटों को प्रशिक्षित किया जाएगा और अंतत: एक पायलट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा |