
देहरादून. राज्य की राजधानी के बीचों बीच देहराखास की एक प्रसूता नारी अगर सरकारी अस्पतालों के चक्कर काटते-काटते इलाज के अभाव में दम तोड़ दे तो आप इससे पूरे राज्य के दूर दराज के इलाकों में ध्वस्त पड़ी स्वास्थ्य सेवाओं की कल्पना आसानी से कर सकते हैं। यह कहना है उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का।

दरअसल, आज कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं आईसीयू में हैं। उन्होंने कहा कि विगत रोज एक महिला जिसके जुड़वा बच्चों की मौत हुई, तत्पश्चात उसको इलाज के लिए कोरोनेशन ,गांधी शताब्दी व दून में ले जाया गया जहां अन्तोगत्वा इलाज में लापरवाही की वजह से उज़की मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं रोजाना पूरे प्रदेश में घटित हो रही हैं लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही।