
मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में शनिवार सुबह मजीदनगर तिराहे पर 30 वर्षीय असलम की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह दिल दहलाने वाली घटना सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें बाइक पर आए दो हमलावरों में से एक ने असलम के सिर में तमंचा सटाकर गोली मारी और फिर दोनों फरार हो गए। असलम को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

असलम शादियों में खाना बनाने का काम करता था और सात भाइयों में चौथे नंबर पर था। उसकी पत्नी फरीदा ने आरोप लगाया कि प्रॉपर्टी विवाद के चलते उसके सगे भाई शहंशाह ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। फरीदा ने बताया कि डेढ़ साल पहले भी शहंशाह ने असलम पर जानलेवा हमला करवाया था, जिसमें उसे गोली लगी थी, लेकिन तब वह बच गया था।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि असलम का अपने परिवार के कुछ लोगों के साथ संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसके चलते कोर्ट में केस भी दर्ज था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमें, जिनमें स्वाट टीम भी शामिल है, तलाश में जुटी हैं।
घटना की सुबह करीब 7:41 बजे, असलम अपने घर से किसी काम के लिए निकला था और सड़क पर मोबाइल देखते हुए चल रहा था। तभी एक बाइक पर सवार दो युवकों में से एक ने पीछे से आकर उसके सिर में गोली मार दी, जबकि दूसरा बाइक स्टार्ट किए खड़ा रहा। वारदात के बाद दोनों तेजी से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने असलम को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
इस घटना ने मेरठ के मजीदनगर और लिसाड़ी गेट क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। असलम की डेढ़ साल की बेटी और पत्नी के साथ स्थानीय लोग शोक में हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और सीसीटीवी फुटेज के साथ अन्य साक्ष्यों की जांच कर रही है।