तमिलनाडु में कुन्नूर के पास 8 दिसंबर को हुए एमआई-17 वी5 (Mi-17 V5) हेलीकॉप्टर क्रैश में भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत , उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अधिकारी शहीद हो गए। लेकिन क्या आपको मालूम है कि एमआई-17 वी5 इससे पहले भी एक हाई प्रोफाइल दुर्घटना में शामिल रह चुका है। एमआई-17 वी5 भारतीय वायु सेना (IAF) में साल 2012 में शामिल किया गया था। एमआई-17 वी5 को एडवांस्ड, विश्वसनीय और सुरक्षित माना जाता है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायु सेना में एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर Mi-17 का लेटेस्ट वर्जन है। भारत ने दो अलग-अलग डील में रूस से 151 एमआई-17 वी5 खरीदे हैं। साल 2012 से अब तक 6 एमआई-17 वी5 दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं।
आपको बता दें कि 27 फरवरी, 2019 को भारतीय वायु सेना (IAF) ने पाकिस्तान के बालाकोट में एक आतंकी अड्डे पर बमबारी की थी। इसके अगले दिन वायु सेना की एक यूनिट ने श्रीनगर के पास भारत के ही Mi-17V5 हेलीकॉप्टर को निशाना बना दिया था और हादसा हो गया था। ये दुर्घटना तब हुई थी जब पाकिस्तान ने बालाकोट हवाई हमले के जवाब में जम्मू-कश्मीर में अपने लड़ाकू जेट विमानों को भेजा था। जमीन से हवा में मार करने वाली एक मिसाइल ने एमआई-17 वी5 को मार गिराया था। इस हादसे में भारतीय वायु सेना के 6 जवानों की मौत हो गई थी।
पूर्व वायु सेना प्रमुख फली मेजर ने कहा कि Mi-17V5 हेलीकॉप्टरों की विश्वसनीयता पर संदेह नहीं किया जा सकता है। उन्होंने वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों के पहले स्क्वाड्रन को कमीशन किया था। उन्होंने कहा कि मैं कई हजार घंटे तक एमआई-17 हेलीकॉप्टर उड़ा चुका हूं। इसका लेटेस्ट वर्जन Mi-17 V5 मजबूत और विश्वसनीय हेलीकॉप्टर है। मैं हैरान हूं कि Mi-17 V5 कैसे हादसे का शिकार हो गया? जांच के आदेश दिए गए हैं। दुर्घटना के हर संभावित पहलू की जांच होगी।
गौरतलब है कि Mi-17 V5 को जवानों, कार्गो और इक्विपमेंट्स को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। Mi-17 V5 लगभग चार टन का भार ले जा सकता है। Mi-17V5 हेलीकॉप्टर आधुनिक एवियोनिक्स, सेल्फ-डिफेंस सिस्टम और अन्य एडवांस सुविधाओं से लैस है। Mi-17 V5 में एक बख्तरबंद कॉकपिट होता है, जो आक्रामक भूमिका निभाने के लिए रॉकेट, तोपों और छोटे हथियारों से लैस किया जा सकता है।
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