एक नज़र देख भी न पाई वो अभागन मां अपने दूधमुुहे को…

लखनऊ। यूपी की 108 नंबर एम्बुलेंस सेवा को सूबे की सरकार अपनी सबसे बङी कामयाबी मानती है। गाहे-बगाहे सीएम अखिलेश इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के रुप में बताते नही थकते। मगर इसकी हकिकत कुछ और ही है।

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ताजा मामला शाहजहांपुर का है जहां एक गर्भवती महिला को इस 108 नंबर एम्बुलेंस का इंतजार करना इतना भारी पड़ गया कि उसकी मौत हो गई। गर्भवती महिला को एंबुलेंस का चार घंटे इंतजार करना पङा।

इन चार घंटे में परिजनों ने करीब 10 से 12 बार 108 नंबर पर फोन करके मदद मांगी। परन्तु गर्भवती महिला कोई मदद नही मिल पाई। इतनी देर में महिला ने घर पर ही बच्चे को जन्म देने के बाद इलाज न मिल पाने के कारण दम तोड़ दिया।

परिजनों का आरोप गांव में मौजूद आशा पर भी है। जिसे महिला की देख रेख के लिए बुलाया गया लेकिन उसने प्राईवेट नर्सिंगहोम ले जाने की सलाह दी। फिलहाल मृतका के परिजनों ने किसी भी तरह की शिकायत करने से इंकार कर दिया है।

उनका कहना है कि गरीबी के चलते उनके घर में खाने को नही है हम लोगों की शिकायत कोई नही सुनता है। यही वजह है कि उसने कोई शिकायत नहीं की।

दरसल मामला जलालाबाद इलाके के चचुआपुर गांव का है। यहां रामचंद्र की 40 वर्षीय गर्भवती पत्नी ममता को प्रसव पीड़ा हुई। महिला को दर्द सुबह आठ बजे से होना शुरू हुआ। पति रामचंद्र ने पहले 108 नंबर एम्बुलेंस को फोन किया।

108 नंबर एम्बुलेंस के  द्वारा उससे कहा गया की बस कुछ देर में आप तक एम्बुलेंस पहुँच जायेगी। पति रामचंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी की हालत खराब होती जा रही थी।

उसने फिर 108 नंबर पर फोन किया तो उससे दोबारा कहा कि कुछ देर में एंबुलेंस आप तक पहुँच जायेगी। लेकिन एंबुलेंस नही पहुँची इधर उसकी पत्नी प्रसव पीड़ा बङती ही जा रही थी। उसके बाद रामचंद्र ने चार घंटे बाद 108 नंबर पर फोन किया तो 108 नंबर एम्बुलेंस के द्वारा उसको चचुआपुर गांव में एंबुलेंस भेजने के लिए मना कर दिया गया। पत्नी ममता की हालत बिगड़ती ही जा रही थी। इतनी देर में महिला ने अपने घर पर एक बच्चे को जन्म दिया।

जन्म के बाद बच्चा तो स्वस्थ है लेकिन उसकी मां ने दर्द से कहारते हुए दम तोड़ दिया। रामचंद्र ने बताया कि गांव में ही खेती का काम करता है। उसके पास इतना पैसा नहीं था जो वह प्राईवेट अस्पताल में जाकर अपनी पत्नी का इलाज करवा पाता।

वहीं इस मामले पर सीएमओ ने संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की बात कही है। सीएमओ कमल कुमार का कहना है कि ये गंभीर मामला है कि एंबुलेंस न पहुँचने की वजह से गर्भवती महिला की मौत हुई है। इसमें एक जांच टीम बनाकर महिला के घर भेजा जाएगा।

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