ईरान के हमलों का मुहतोड़ जवाब देगा सऊदी अरब, दे दी अंतिम चेतावनी

बीते मंगलवार को सऊदी अरब की प्रतिष्ठित तेल पाइपलाइनों पर हवाई हमले किए गए थे। इसका जिम्मेदार यमन में सक्रिय हूती विद्रोहियों को माना गया था। सऊदी अरब ने इन हमलों के लिए ईरान पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि ईरान के आदेश पर यह हवाई हमले करवाए गए। यमन में मौजूद हूती विद्रोहियों का समूह ईरान की तरफ झुकाव रखता है।

सऊदी अरब

दो दिन पहले ही सऊदी अरब के तट पर मौजूद दो तेल टैंकरों और चार जहाजों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। शक ईरान पर जाहिर किया गया लेकिन ईरान ने इनमें से किसी भी हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया है।

ईरान और अमेरिका के परमाणु संधि से हटने और उसके बाद मध्य-पूर्व में अमेरिकी सेना की तैनाती में हुई बढ़ोतरी की वजह से मध्य-पूर्व में पहले से ही अस्थिरता छाई हुई है। सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबैर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”सऊदी अरब इस इलाके में किसी भी तरह का संघर्ष नहीं चाहता।”

”हम किसी भी तरह के युद्ध की आशंका से बचने के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए तैयार हैं। लेकिन अगर दूसरी तरफ से हमें युद्ध के लिए उकसाया जाएगा तो हम भी उसका भरपूर जवाब देने के लिए तैयार हैं।”

सिंगापुर में भारतीय युवक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार

खाड़ी देशों की आपात बैठक

रविवार को सऊदी अरब के किंग सलमान ने खाड़ी और अरब देशों के नेताओं को न्योता भेजा है कि वो 30 मई को मक्का में एक आपातकालीन बैठक के लिए आएं ताकि इन हमलों के नतीजों पर चर्चा की जा सके।

वहीं संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि अरब और खाड़ी देश में पैदा हुए ताजा हालात का सामना मिलकर करना होगा। इस बीच सऊदी अरब के सुन्नी सहयोगी देश संयुक्त अरब अमीरात ने तेल टैंकरों पर हुए हमलों के लिए किसी पर आरोप नहीं लगाए हैं।

LIVE TV