इस मंदिर में चोरी करने पर सजा नहीं, बल्कि मिलता है ईनाम…

जब भी आप लोग मंदिर में जाते हैं तो हमेशा अपने साथ प्रसाद के चढ़ावे के रूप में फल और मिठाइयां ले जाना नहीं भूलते हैं। बता दें कि भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार मंदिरों में चढ़ावा चढ़ाते हैं, लेकिन आपने शायद ही कभी सुना होगा कि किसी मंदिर में लोग चोरी करने जाते हैं।

बता दें कि भारत में एक ऐसा मंदिर है जहां पर लोग चोरी करने के लिए जाते हैं और यहां पर चोरी करने के बाद उनके साथ एक अजीब चीज होती है।

इस मंदिर में चोरी करने पर सजा नहीं

हमारे घर के बड़े बुजुर्गों ने बचपन से यही सिखाया है कि चोरी करना पाप होता है ऐसे में इस मंदिर में लोग चोरी क्यों करने आते हैं ये सोचने वाली बात है।

ख़ास बात यह है कि इस मंदिर में चोरी करने के बाद किसी को जेल नहीं भेजा जाता है क्योंकि लोग ये चोरी आस्था के नाम पर करते हैं क्योंकि लोगों का मानना है कि चोरी करने से उनकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।

जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो देव भूमि उत्तराखंड के रुडक़ी के चुडिय़ाला गांव में स्थित है। यह एक प्राचीन मंदिर है जिसका नाम चूड़ामणि देवी मंदिर है।

बता दें कि यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि अगर वो यहां पर चोरी करेंगे तो उनकी साड़ी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।

कई सदियों पहले यहा संतान विहीन राजा शिकार करने इस जंगल में आये थे। उन्हें यहा मां की पिंडी के दर्शन हुए।

राजा ने पिंडी को नमन कर पुत्र प्राप्ति की विनती की। मां ने उनकी विनती स्वीकार कर ली। राजा को कुछ महीने बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई और उन्होंने यहा मां का भव्य मंदिर बनवाया।

चोरी के पीछे है मान्यता

दरअसल संतान की चाह रखने वालों के लिए यह मंदिर बेहद ख़ास है। जो लोग संतान प्राप्ति करना चाहते हैं उन्हें इस मंदिर में आना होता है और माता की मूर्ती के सामने सर झुकाकर वहां रखे एक लकड़ी के गुड्डे को उठाना होता है।

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दंपत्ति को ये लकड़ी का गुड्डा अपने साथ चुरा के ले जाना होता है और जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाए तब उन्हें अपने पुत्र के साथ यहां अपनी संतान के साथ आना होता है और यहां आकर भंडारा करना होता है और साथ ही लकड़ी का गुड्डा चढ़ाना होता है।

यही वजह है कि भक्त इस मंदिर में सालों से चोरी करते आ रहे हैं।

 

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