इस झील के पास जाना है मौत को दावत देना, अपने सीने में समेटे है गहरे राज…

अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा वाले जुनूनी लोगों को रोमांचक स्‍थानों की यात्रा पर जाकर वहां का अनुभव लेना पसंद होता है। लेकिन रोमांच के चक्कर में अपनी जान को खतरे में डालना उचित नहीं।

मगर कुछ लोग जानबूझकर मौत के मुंह में कूदने से भी नहीं कतराते। हमारी दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं जो अपने आप में काफी अजीबो-गरीब और रहस्यों से भरी पड़ी हैं।

मौत की झील

किसी जगह, चीज की सच्चाई जानने के चक्कर में कई लोग ऐसी रहस्य से भरी जगहों पर जाने को तैयार हो जाते हैं। बता दें कि, इस धरती पर बहुत से ऐसे स्थान हैं जो इंसानों के लिए खतरनाक करार दिए गए हैं।

ऐसी जगहों पर इंसानों का जीवन हमेशा खतरे में रहता है। ऐसे जगहों पर इंसानों को जाने की अनुमति नहीं है। हम यहां एक ऐसी झील के बारे में बात कर रहे हैं जिसकी वजह से करीब 20 लाख लोगों की जान को खतरा हो सकता है।

झील से निकलती है मौत की गैस

जिस जगह की बात हम कर रहे हैं वह जगह अफ्रीका महाद्वीप है यहां डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो और रवांडा के बोर्डर पर मौत की झील स्थित है। बता दें कि, झील का ये पानी लाखों लोगों को मौत के घाट उतारने की फिराक में है।

असल में किवु नाम की इस झील के गहरे पानी में काफी मात्रा में मीथेन गैस बन रही है जो एक समय के बाद जहरीली साबित होगी। यह गैस इतनी प्रभावशाली है कि अगर भारी मात्रा में कोई इसे सूंघ ले तो मिनटों में उसकी मौत भी हो सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस झील के पानी से बना बादल भी जहरीली मीथेन गैस को समेटे हुए होगा और अगर ये रिहायशी इलाके में बरसा तो लाखों लोगों की जान पर बन आएगी।

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उस बारिश से आसपास के इलाके में रहने वाले लाखों लोग मुसीबत में आ सकते हैं। वहीं जहरीली गैस से भरे उस बादल से आसपास के इलाके में रहने वाले करीब 20 लाख लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं।

बता दें की, इस झील के पानी में कार्बन डाई ऑक्साइड की बड़ी परतें और बड़ी मात्रा में मेथेन गैस पाई जाती है। हल्का सा भूकंप आने पर भी इसमें विस्फोट भी हो सकता है।

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