आतंक के सरगना हाफिज सईद को इस ईद नहीं मिली जहर उगलने की इजाजत

मुंबई हमलों के सरगना और जमात उद दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद को कई बरसों में पहली बार ईद के दिन करारा झटका मिला है। हाफिज को कद्दाफी स्टेडियम में ईद की नमाज का नेतृत्व नहीं करने दिया गया। ये उसका पसंदीदा स्थान है और यहीं खड़ा होकर वो भारत के खिलाफ जहर उगलता था।

इसके बाद, सईद ने यहां अपने जौहर कस्बा स्थित आवास के पास एक स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा की।

उसके संगठन जेयूडी को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है।

इस घटनाक्रम से करीबी तौर पर जुड़े एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जेयूडी प्रमुख सईद कद्दाफी स्टेडियम में नमाज का नेतृत्व करना चाहता था लेकिन उसे एक दिन पहले (मंगलवार को) पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने ऐसा नहीं करने को कहा था। यदि वह अपनी योजना (ईद की नमाज का नेतृत्व करने) पर आगे बढ़ता है तो सरकार उसे गिरफ्तार कर सकती है। ’’

उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश के बाद सईद के पास कोई और विकल्प नहीं था और उसने कद्दाफी स्टेडियम में नमाज का नेतृत्व करने की अपनी योजना रद्द कर दी।

गौरतलब है कि सईद इस स्टेडियम में कई बरसों से ईद और बकरीद की नमाज का नेतृत्व करता आ रहा था। साथ ही, सरकार उसे पुख्ता सुरक्षा भी मुहैया कराती थी।

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अतीत में सईद ने सिर्फ नमाज का नेतृत्व करता था, बल्कि इस तरह के धार्मिक उत्सवों पर इकट्ठी भारी भीड़ के समक्ष खासतौर पर कश्मीर के बार में अपने विचार भी प्रकट करता था।

मुंबई हमलों के बाद सईद को 10 दिसंबर 2008 संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित कर दिया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे।

समझा जाता है कि जेयूडी लश्कर ए तैयबा का मुखौटा संगठन है, जो मुंबई हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है।

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