
बिहार की राजधानी पटना में नई एनडीए सरकार के गठन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 नवंबर को ऐतिहासिक गांधी मैदान में अपने रिकॉर्ड 10वें कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। इस भव्य समारोह से एक दिन पहले, बुधवार (19 नवंबर) को भाजपा कार्यालय में विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें संगठन और सरकार की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में जेडीयू के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना, जबकि भाजपा विधायकों ने सम्राट चौधरी को अपना नेता और विजय सिन्हा को उपनेता के रूप में चुना। नीतीश कुमार ने आज दोपहर राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपा और एनडीए के सभी सहयोगियों के समर्थन पत्र भी जमा किए, जिसके बाद वर्तमान विधानसभा भंग हो गई।
NDA विधायक दल की बैठक आज शाम 3:30 बजे
बुधवार शाम 3:30 बजे विधानसभा के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें एनडीए के सभी 202 नवनिर्वाचित विधायक हिस्सा लेंगे। इस बैठक में नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा। प्रमुख नेता जैसे सम्राट चौधरी, चिराग पासवान, संतोष कुमार सुमन (HAM-S प्रमुख), उपेंद्र कुशवाहा (RLM प्रमुख) और विजय सिन्हा मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद नीतीश कुमार राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। यह प्रक्रिया बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक जीत (243 में से 202 सीटें: भाजपा-89, जेडीयू-85, LJP(RV)-19, HAM-S-5, RLM-4) के बाद तेज हो गई है।
शपथ ग्रहण समारोह में दिग्गजों का सैलाब
20 नवंबर को गांधी मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय स्तर के कई दिग्गज शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अलावा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत कई एनडीए शासित राज्यों के नेता उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा, पद्म पुरस्कार विजेता, वैज्ञानिक, साहित्यकार और विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां भी आमंत्रित हैं।
समारोह में 30-31 मंत्रियों (भाजपा और जेडीयू को बराबर) के साथ नए कैबिनेट का विस्तार भी होगा, जबकि LJP(RV) को 3, HAM-S और RLM को 1-1 berth मिल सकता है। गांधी मैदान को 17 नवंबर से ही आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है, और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।




