टीडीपी से बीजेपी ने किया राम-राम, अब नायडू करेंगे मोदी का जीना ‘हराम’!

नई दिल्ली: आंध्र सरकार के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू और पीएम मोदी के बीच बढती तल्खी ने आखिरकार सियासत को हवा देनी शुरू कर दी है. पिछले कुछ दिनों से नायडू और पीएम मोदी के बीच वैचारिक असहमति की बाते जोरों पर थी. आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे की मांग को लेकर अड़ी टीडीपी के बगावती सुर बढ़ते देख बीजेपी ने राज्य विधानसभा में अपना पक्ष साफ करते हुए नायडू सरकार से किनारा करने का एलान कर दिया है. नायडू

टीडीपी का कहना है कि जिस दौरान आंध्र प्रदेश का बंटवारा हुआ तो हैदराबाद तेलंगाना में चला गया जिसकी वजह से हमें काफी घाटा हुआ था. आंध्र प्रदेश के साथ इंसाफ नहीं हुआ है. राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने कि एक और पहल कर सकते हैं.

राज्य सरकार में बीजेपी के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं आज ही केंद्र सरकार से टीडीपी कोटे के मंत्री इस्तीफा देंगे. दोनों पार्टियों के बीच में बढ़ रही राजनीतिक तल्खी के बीच भी एक अलग बात देखने को मिली जब बीजेपी कोटे के मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार से इस्तीफा देने पहुंचे तो वहां मौजूद टीडीपी मंत्रियों को गले लगाया और उसके बाद अपना इस्तीफा सौंपा. कामिनेनी श्रीनिवास, माणिक्याला राव बीजेपी कोटे के ये दो मंत्री हैं.

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दोनों मंत्रियों के इस्तीफा हो जाने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस बात की जानकारी आंध्रप्रदेश विधानसभा में भी दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने राज्य सरकार से इस्तीफा दे दिया है. इन दोनों मंत्रियों ने अपने विभाग में काफी अच्छा काम किया था. मैं इनको धन्यवाद देता हूं. नायडू ने ये भी बताया कि केंद्र सरकार से उनके कोटे के मंत्री भी आज इस्तीफा देंगे.

केंद्रीय मंत्री अशोक गणपति राजू और वाई एस चौधरी आज लोकसभा और राज्यसभा में बयान दे सकते हैं. जिसके बाद वह अपना इस्तीफा सौंपेंगे. इसके बावजूद टीडीपी सांसद अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.

एनडीए में साझेदार रामदास अठावले ने इस मुद्दे पर बीजेपी का साथ दिया है. उन्होंने कहा कि टीडीपी का इस प्रकार गठबंधन तोड़ना सही नहीं है. पीएम मोदी और अमित शाह हर किसी को मिलने का समय देते हैं. अगर केंद्र सरकार हर किसी राज्य को विशेष दर्जा देगी तो काफी मुश्किल हो जाएगा.

नायडू ने बयाँ किया था अपना दर्द

अपनी जरूरतों को लेकर मैंने कई बार उनसे भेंट करने की कोशिश की लेकिन उनकी तरफ से कभी समय नहीं दिया गया. केंद्र सरकार से अलग होने के बाद आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कई बार अपनी समस्याओं को लेकर वह पीएम मोदी से मिलकर बात करना चाहते थे लेकिन उनसे कभी समय नही मिला.

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नायडू ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार किसी भी राज्य सरकार या अपने सहयोगियों की बात सुनने के लिए जरा भी तैयार नहीं है. हम शुरू से ही आंध्रा के लिए विशेष मांग कर रहे थे. इसका पता पीएम को भी था. उन्होंने कहा कि मैंने अपने स्तर पर आंध्रा को लेकर केंद्र सरकार की सोच को कई बार बदलने की कोशिश भी की लेकिन मुझे सफलता नहीं मिली.

चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके राज्य के साथ अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं निभाया है. जिसके चलते हमने केंद्र सरकार से अलग होने का फैसला किया है. नायडू ने ये भी कहा कि वो सत्ता के भूखे नहीं हैं.

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