आंगनबाड़ी केंद्रों के अतिरिक्त स्कूलों व घरों मे भी बनाई जाए पोषण वाटिकाएं: जिलाधिकारी लखनऊ

लखनऊ जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अपरान्ह 12 बजे जिला पोषण समिति की बैठक आहूत की गई। जिसमें जियो टैगिंग, अनुपूरक पुष्टाहार, आदर्श आँगनबाड़ी केन्द्र, पोषण ट्रैकर, सम्भव अभियान, डिजीटल रिसोर्स, स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा एवं आँगनबाड़ी केन्द्रों पर लगी हुई पोषण वाटिकाओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई।

बैठक में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि जनपद लखनऊ में 11 मा0 जनप्रतिनिधियों एवं 29 जिलास्तरीय अधिकारीयों द्वारा तीन-तीन आँगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया है, जिसके परिप्रेच्छ में जिलाधिकारी द्वारा सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को अगले तीन-चार दिवस में सम्बन्धित आँगनबाड़ी केन्द्रों का निरिक्षण करें, तथा यह भी सुनिश्चित करें कि वहाँ पर पेयजल, शौचालय आदि व्यवस्थायें हैं कि नहीं। साथ ही निर्देश दिया कि जल जीवन मिशन अंतर्गत हर घर पेयजल योजना से सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों को भी संतृप्त किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के सम्बंध में जो कार्य किये जा रहे है उसमे समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की पाईप लाईन का कार्य जलजीवन मिशन के अंतर्गत कराया जाए और इसका प्रमाण पत्र भी दिया जाए कि उक्त केंद्र को पेयजल योजना से संतृप्त कर दिया गया है। बिना पेयजल योजना के प्रमाण पत्र के कार्य पूर्ण नही माना जाएगा।

बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को गोद लिए जाने के मुख्य उद्देश्य तथा बच्चों की सायकालोजी को पढ़ने के बारे में सभी अधिकारियों को अवगत कराया। ज़िलाधिकारी ने बताया कि हमने जो आंगनबाड़ी केंद्र गोद लिए है उन सभी मे भावपूर्ण तरीके से काम करना है और वहां आने वाले/शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को विकास की ओर अग्रसरित करना है। उनके लिए पढ़ाई लिखाई की अच्छी व्यवस्था, अच्छे भोजन की व्यवस्था सहित समस्त मूल भूत सुविधाओ की व्यवस्थाओ का विशेष ध्यान देना है।

उक्त के बाद ज़िलाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में बनाई गई पोषण वाटिकाओं की समीक्षा की गई। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में कुल 422 पोषण वाटिका बनाई गई है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बनाई गई पोषण वाटिकाओं में मुख्यतः हरी साग सब्जी, सहजन, केला, पपीता व अमरूद के पेड़ लगाए गए है। जिसके सम्बन्ध में ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ साथ स्कूलों, घरो व ग्राम पंचायत के द्वारा खाली पड़ी सरकारी भूमियो पर भी फलदार पेड़ लगवाते हुए सार्वजनिक पोषण वाटिकाए बनाई जाए। साथ ही वृक्षारोपण के समय सड़क के किनारों पर फलदार वृक्षों का रोपण कराया जाए ताकि सार्वजनिक रूप से समाज के हर व्यक्ति को इन फलदार वृक्षों से लाभ मिल सके। साथ ही समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों की पोषण वाटिकाओं में आँवला, सहजन, केला, बेल, लौकी, तोरिया, लोबिया, गोभी, आदि फल एवं सब्जियाँ लगवाना सुनिश्चित किया जाए।

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