अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, नर्स की लापरवाही से गई नवजात की जान

रिपोर्ट-अखिल श्रीवास्तव

रायबरेली। रायबरेली जिले में स्वास्थ्य महका वेंटिलेटर पर है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कब और किसकी जान ले ले किसी को नहीं पता। एक ऐसा ही मामला रायबरेली के डलमऊ सीएचसी से सामने आया।

स्वास्थ्य सेवाएं

जहां प्रसव कराने गई महिला का प्रसव तो अच्छे से हुआ पर नर्स की लापरवाही से नवजात की दर्दनाक मौत हो गई। नर्स की लापरवाही से नवजात फर्स में गिर गया और उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा और यहां तक आरोप लगाया कि प्रसव के लिए मुहं माग़ी रकम भी दी गई उसके बाद भी इस तरह की लापरवाही की गई है ऐसे लोगो पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

दरअसल रायबरेली जिले के डलमऊ सीएचसी में बेलहनी निवसिनी पिंकी को प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया जहा प्रशव के दौरान पीड़िता ने एक नवजात को जन्म दिया तो उनके घर वालों में खुशी की लहर दौड़ गयी मगर उन्हें क्या पता था कि यह खुशी सिर्फ चन्द्र मिनटों की है उसके बाद होने वाले घटनाक्रम की किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी, सुबह लगभग पांच बजे देखभाल के लिए आई नर्स ने मासूम को इस तरह से उठाया कि मासूम अचानक जमीन पर आ गिरा और उसकी चीख ने पिंकी की सारी खुशियां मातम में बदल दी। नवजात की मौके पर ही मौत हो गई। नवजात की मौत के बाद परिजनों ने सीएचसी परिसर में जमकर हंगामा काटा और आरोपी नर्स पर कार्यवाही की माग की।

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परिजनी की मानें तो नवजात के गिरते ही उसके सर, कान व नाक से खून निकलने लगा और अस्पताल स्टाफ ने उस नर्स को वहां से भगा कर मासूम को जिला अस्पताल ले जाने के लिए रेफर कर पल्ला झाड़ने की कोशिश की, परिजनों का आरोप था कि प्रसव के समय भी स्टाफ ने पैसे लिए मगर जिस तरह की घटना हुई उसमे पूरी तरह से अस्पताल प्रशाषन दोषी है।

वही इस पूरे मामले में सीएचसी अधीक्षक अपने स्टॉफ़ का बचाव करते हुए कहा कि यह आरोप झूठे है, नवजात की जिला अस्पताल ले जाते वक्त मौत हुई है प्रशव के दौरान की नवजात गंभीर था । नर्स की इसमे कोई लापरवाही नही है।

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फिलहाल मासूम की मौत के बाद जहां पिंकी के घर मे सन्नाटा पसर गया है वहीं अस्पताल प्रशासन मामले में लीपापोती करने में जुटा हुआ है, बड़ा सवाल यह है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में आ रही बदहाली के बाद भी कोई जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, जिले के सीएमओ डाक्टर डी के सिंह लगातार अपने रसूख के चलते कुर्सी पर कब्जा जमाए हुए हैं और सिर्फ फीता काटने या मीडिया में अपनी वाहवाही करवाने के समय ही अपने वातानुकूलित केबिन से बाहर निकलते हैं, अब देखना यह है शाषन इस मामले पर कोई कार्यवाही करता है या फिर किसी और पिंकी की खुशियां लुट जाने का इंतजार करता है।

 

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