अस्थमा का रामबाण इलाज है आयुर्वेद का ये नुस्खा

अस्थमा से पीड़ितयदि आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो आयुर्वेद में इसके लिए रामबाण घरेलु नुस्खा मौजूद है. अस्थमा का अटैक जानलेवा हो सकता है, अगर अटैक आने पर उसका तुरंत उपाय किया जाये तो दौरा तुरंत शांत हो सकता है। श्वांस का दौरा होते ही मरीज को चाहिए कि जिस तरह आराम मालूम हो उसी तरह उसे पलंग या बिछौने पर अच्छी तरह बिठाएं लेकिन इस बात पर विशेष ध्यान रहे कि रोगी के कमरे में हवा की आवाजाही बनी रहे।

यह भी पढ़ें:- हृदय रोगियों के लिए वरदान है ये आयुर्वेदिक मिल्क

रोगी जितना सह सके उतने गर्म जल में एक कपड़े का टुकड़ा भिगोकर उसमें 10 से 15 मिनट तक रोगी की छाती को सेकें, या थोड़ा सा सेंधा नमक गाय के घी में खूब महीन पीसकर रोगी की छाती के बीच से गले तक मले।

रोगी को को गुनगुना जल एक चौड़े और गहरे बर्तन में भर कर उसमें रोगी के दोनों पैर रखवाए, इस उपाय से श्वास का ज़ोर फौरन घट जाता है।

उपाय:-

  1. दस 15 बिना बीज के मुनक्के पीस कर आधा पाव दूध और आधा पाव पानी में उबालें। जब सिर्फ आधा मिश्रण बच जाए तब इसको अच्छे से छान लीजिए फिर उसमें 4 – 5 काली मिर्च का चूर्ण और 10 ग्राम मिश्री मिलाकर गरमा-गरम ही थोड़ा-थोड़ा करके तीन-चार बार में पी लें।
  2. 5 – 7 बादामों की गिरी पानी में पीसकर कपड़े में छान लीजिए और उसको उबल लें। इसको थोड़ा-थोड़ा करके रोगी को पिलाएं।
  3. अंगूर का रस 30 – 40 ग्राम निकालकर थोड़ा गर्म करें और रोगी को पिलाएं।
  4. रोगी को केवल गरम दूध या गर्म पानी ही पिलाएं, दूध गाय का होना चाहिए वह भी देसी। इन उपायों से कफ पतला होगा और श्वास का वेग घट जाएगा।
  5. कफ़ अधिक होने के कारण अगर श्वांस का दौरा आया हो तो 50 ग्राम अदरक का रस और 50 ग्राम शहद मिलाकर धीरे धीरे चटाएं।

यह भी पढ़ें:- झड़ते बालों का ये है रामबाण इलाज, बस इस्तेमाल करते समय रखें इन बातों का ख्याल

इस उपायों को अपनाने से तुरंत ही रोगी के दमे के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

LIVE TV